लखनऊ: राजधानी के चौक थाना क्षेत्र में 11 दिन पूर्व हुई अपहरण और चोरी की सनसनीखेज घटना का चौक पुलिस ने खुलासा किया है. खुलासा करते हुए जेवरात का कारखाना चलाने वाले व्यापारी की 13 वर्षीय पुत्री को सकुशल बरामद किया है. साथ ही अपहरण करने वाले दो अपहरणकर्ताओं को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर चोरी किए गए 100 ग्राम सोने के जेवर भी बरामद कर लिए हैं. पुलिस को यह सफलता सर्विलांस के माध्यम से मिली है.
6 तारीख को हुआ था किशोरी का अपहरण
इसी महीने की 6 तारीख को चौक थाना क्षेत्र के बाग महानारायण में रहने वाले जेवरात का कारखाना चलाने वाले सुफल मन्ना की 13 वर्षीय बेटी को अपहरण हो गया था. और इस वारदात को अंजाम देने वाले उन्हीं के जेवरात के कारखाने में काम करने वाले तीन कारीगर सिंटू धोरई और पिंटू धोरई थे, जिन्होंने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर अपहरण कर ले गए थे.
सुफल मन्ना के कारीगरों द्वारा न सिर्फ उनकी बेटी का अपहरण किया गया, बल्कि उनके कारखाने से 117 ग्राम जेवर भी चोरी कर लिए गए थे. सुफल मन्ना की तहरीर पर 7 तारीख को चौक कोतवाली में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने नाबालिग लड़की का अपहरण करने वाले अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू की. सर्विलांस के माध्यम से पता चला कि सुफल मन्ना की बेटी का अपहरण करने वाले लखनऊ शहर छोड़ चुके हैं.
ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पहुंच गए लखनऊ
पुलिस के आला अफसरों द्वारा गठित की गई टीम में सब इंस्पेक्टर सुरेश राणा व सब इंस्पेक्टर मनीष मिश्रा, महिला पुलिस कर्मियों के साथ पश्चिम बंगाल के पुरवा ठकरानी चक खानाकुल हुगली पहुंचे. वहां से पुलिस ने सुफल अन्ना की 13 वर्षीय नाबालिक बच्ची को सकुशल बरामद किया है. बच्ची को बहला-फुसलाकर अपहरण करने वाले पिंटू धोरई और पिंटू धोरई को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश करने के उपरांत ट्रांजिट रिमांड पर लेकर लखनऊ पहुंच गए.
दोनों अपहरणकर्ताओं को भेजा गया जेल
इंस्पेक्टर चौक विश्वजीत सिंह ने बताया कि सुफल मुन्ना के घर से उनके कारीगरों द्वारा उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर उनके कारखाने से कुल 117 ग्राम सोना चुराया गया था. जिसमें से 10 तोले यानी 100 ग्राम सोना बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि तीसरे अभियुक्त की संलिप्ता इस वारदात में नहीं पाई गई है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों को जेल भेजा गया.