लखनऊः उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए कोरोना संक्रमण कई मामले में फायदे का समय साबित हुआ. पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए लेकिन इस दौरान पुलिस ने हार नहीं मानी. अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए लोगों को जागरूक करने का काम किया और प्रोटोकॉल तोड़ने वालों पर खूब कार्रवाई की.
मास्क नहीं लगाने पर कार्रवाई
पुलिस के द्वारा मार्च 2020 से लेकर अगस्त 2020 तक 70 करोड़ रुपये वसूला गया. राजधानी लखनऊ की पुलिस भी इसमें कहीं भी पीछे नहीं रही. साल 2020 में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न लगाने वाले 1 लाख 36 हजार लोगों का चालान किया और इनसे 2 करोड़ 25 लाख का जुर्माना वसूला.
सार्वजिनक स्थानों पर थूकने पर कार्रवाई
इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर भी 1442 लोगों का चालान किया गया, जिनसे 2 लाख 81 हजार का जुर्माना वसूला गया. पुलिस की इस कार्रवाई से जहां कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिली, वहीं चालान के जरिये वसूले गए जुर्माने से भी पुलिस की खूब कमाई हुई.
कोरोना संक्रमण पुलिस के लिए रहा फायदेमंद
कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में पुलिस ने जनता के हर सुख-दुख में साथ दिया. इस दौरान पुलिस ने लोगों के घरों तक खाना पहुंचाया और बीमार लोगों को दवाइयां भी बाटी. वहीं इस दौरान धारा 3 में उत्तर प्रदेश की पुलिस ने बड़ी संख्या में मास्क न पहनने वालों और सार्वजनिक स्थान पर थूकने वालों पर खूब कार्रवाई की. इस चालान के जरिए उत्तर प्रदेश की पुलिस को 70 करोड़ से ज्यादा की कमाई हुई.
इन धाराओं में हुई कार्रवाई
लखनऊ कमिश्नरेट के ज्वाइंट सीपी नवीन अरोड़ा ने बताया कि साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने मास्क न पहनने वाले और सार्वजनिक जगहों पर थूकने वालों पर चालान करके जुर्माना वसूला है. बड़ी संख्या में एमबी एक्ट के तहत भी वाहनों पर कार्रवाई की गई है.
एमबी एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई
चालान - 476211
सीज - 6630
जुर्माना - 52.6 लाख