लखनऊ : जिस तेजी से इंटरनेट और स्मार्टफोन की उपयोगिता बढ़ी है, उसी तेजी से प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले भी बढ़ रहे हैं. वहीं राजधानी लखनऊ में साइबर क्राइम से जुड़े दर्जनभर से ज्यादा मामले रोजाना पहुंच रहे हैं. साइबर जालसाज नए-नए तरीकों से खासकर महिलाओं को अपना निशाना बना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजधानी में आया है, जहां आठवीं पास साइबर अपराधी ने फेसबुक और इंस्टाग्राम का डाटा हैक कर एक नहीं बल्कि 400 से ज्यादा महिलाओं को अपने जालसाजी का शिकार बनाया. फिर महिलाओं को उनके फोटो के माध्यम से ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठता था. फिलहाल साइबर क्राइम सेल जालसाज को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
राजधानी में साल 2020 में साइबर अपराध के 325 मामले महिला आयोग के सामने पहुंचे थे. वहीं साइबर अपराध का शिकार होने के बाद बड़े पैमाने पर महिलाएं पुलिस को शिकायत भी नहीं करती हैं क्योंकि उन्हें बदनामी का डर होता है. इसी का फायदा जालसाज उठाते हैं. राजधानी के साइबर क्राइम ब्रांच ने ऐसा ही एक जालसाज पकड़ा है, जिसने 400 से ज्यादा महिलाओं को उनके फोटो के नाम पर ब्लैकमेल करके लाखों रुपए ऐंठे थे.
ऐसे बनाता था महिलाओं को शिकार
शाहजहांपुर के रहने वाले साइबर जालसाज विनीत मिश्रा को राजधानी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह जालसाज महज आठवीं तक पढ़ा है लेकिन उसके कारनामे हैरान करने वाले हैं. इस जालसाज के खिलाफ लखनऊ की ही एक युवती ने शिकायत की थी. जिसके बाद साइबर क्राइम की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में साइबर क्राइम के एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया कि गिरफ्तार युवक ने यूट्यूब के माध्यम से जालसाजी के तरीके सीखे थे. युवक महिलाओं की फेसबुक आईडी पर एक लिंक भेजता था, जिसमें लिखा होता था कि इसमें उनकी अश्लील फोटो है. इस लिंक को देखने के बाद महिलाएं तुरंत उस पर क्लिक करती थीं. इसमें उन्हें अपनी मेल आईडी और मोबाइल नंबर भी देना पड़ता था. इसके बाद युवक उनकी फेसबुक और इंस्टाग्राम की आईडी को हैक करके उनकी गैलरी में महिलाओं की फोटो को निकाल कर फिर उन्हें ब्लैकमेल करता था. युवक के लैपटॉप से 400 से ज्यादा महिलाओं के अंतरंग फोटो मिले हैं.
साइबर क्राइम से कैसे बचें
एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया कि ऐसे अपराधों से महिलाओं को बचाने के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है. जिसमें ऐसे जालसाजों से बचाव के तरिकों को बताया गया है.
1- महिलाएं ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें.
2- न ही अपना पर्सनल मोबाइल नंबर और मेल आईडी शेयर करें.
3- सोशल मीडिया की गैलरी को लॉक करके रखें.
4- फेसबुक और इंस्टाग्राम के प्रोफाइल को भी लॉक रखें.
5- सोशल मीडिया की प्रोफाइल का पासवर्ड भी अल्फान्यूमैरिक होना चाहिए.
6- सतर्कता ही साइबर अपराध से बचाव का उपाय है.