लखनऊः शनिवार की रात मंदबुद्धि युवती के साथ दुष्कर्म मामले में की जा रही पुलिस कार्रवाई में लापरवाही का आरोप लगा है. पीड़िता के मेडिकल टेस्ट में लगभग 30 घंटे का समय लग गया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से युवती का मेडिकल होने में इतना ज्यादा वक्त लगा.
शनिवार की रात 10:00 बजे मड़ियांव की एक मंदबुद्धि युवती के साथ दुष्कर्म की शिकायत तकरीबन 12:00 बजे पुलिस के पास पहुंची. आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर रात में मेडिकल न होने की बात कही.
पुलिस पर समय से मेडिकल न कराने का आरोप
आरोप है कि रविवार की सुबह जब परिजन पीड़िता को लेकर थाने पर पहुंचे तो रविवार को मेडिकल न होने की बात कहकर पुलिस ने मेडिकल सोमवार को कराने की बात कही. इसमें जब एक एनजीओ की सदस्य ने दखलंदाजी की तब मेडिकल के लिए पीड़िता को वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल लेकर आया गया. एनजीओ के सदस्य के मुताबिक दोपहर के बाद एक महिला पुलिसकर्मी के साथ पीड़िता को मेडिकल कराने भेजा गया.
अस्पताल में भी की गई देरी
आरोप है कि यहां पर डॉक्टरों ने मेडिकल में समय लगने की बात कही तो पीड़िता के साथ आयी महिला पुलिसकर्मी पीड़िता को वहीं छोड़कर थाने पर चली गई. अस्पताल में भी पीड़िता का मेडिकल रात लगभग 9:00 बजे हो पाया.
अस्पताल प्रखंड के बारे में वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय की एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता तकरीबन 4:00 बजे अस्पताल आयी थी. रविवार को इमरजेंसी केस अधिक थे और डॉक्टर की संख्या कम थी. ऐसे में दूसरी शिफ्ट की डॉक्टर आने के बाद 8 बजे पीड़िता का मेडिकल संभव हो पाया.