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LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे - लखनऊ विकास प्राधिकरण

राजधानी लखनऊ में एलडीए की जद में आए अवैध निर्माण करने वालों पर अफसर मेहरबान हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रिपोर्ट मांगने पर कई रसूखदार अवैध निर्माण कराने की जद में आए, लेकिन कार्रवाई की नौबत आई तो हाथ खींच लिए हैं.

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Published : Mar 17, 2023, 2:10 PM IST

लखनऊ : महानगर के बड़े अवैध निर्माणों को बचाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के बड़े अफसर लगे हुए हैं. पहले तो लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने यहां अवैध निर्माण की रिपोर्ट मांगी. जब रिपोर्ट में अवैध निर्माण पाया गया तो कार्रवाई से हाथ खींच लिया गया. बीते लगभग नौ महीने से यह रिपोर्ट एलडीए के अफसरों ने दबा रखी है. बिल्डरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जानकारी के अनुसार छह अवैध निर्माण महानगर में चिन्हित किए गए हैं उनकी सूचना तहसीलदार ट्रस्ट की ओर से मांगी गई थी. यह सूचना मौके का परीक्षण करके जारी कर दी गई. सभी प्लॉटों की अद्यतन स्थिति बताई गई, लेकिन अवैध निर्माण की पुष्टि होने के बावजूद कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं किया गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि शहर में लगातार अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. जहां जहां से अवैध निर्माण की रिपोर्ट मिलेगी वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.
LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.


इन प्लाट में पाया गया अवैध निर्माण : संख्या-बी-943ए से बी-939 कुल 06 भूखंडों के पीछे स्थित पट्टी के रूप में रिक्त भूमि का संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण किया गया. जिसमें पूरी जानकारी सामने आई है. मौके पर भूखंडों के भाग पर स्थित रिक्त भूमि पर अतिक्रमण किया गया है. बी-943ए- इस भूखण्ड पर एक कार शोरूम का पक्का तिमंजिला निर्माण है. जिसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे स्थित रिक्त भूमि पर अवैध रूप से तीन मंजिला निर्माण करके शोरूम मे सम्मिलित कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार यह शोरूम / निर्माण रजनीश अग्रवाल पुत्र विजय कुमार अग्रवाल का है. बी-943- इस भूखण्ड पर पक्का आवासीय भवन निर्मित है. जिसके पिछले हिस्से में कपड़े को शोरूम संचालित कर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे रिक्त भूमि के कुछ हिस्से पर टीन शेड डालकर गोदाम के रूप में इस्तेमाल हो रहा है. शेष भाग निर्माण से रिक्त है. इस रिक्त पट्टी पर पराग विद्यार्थी का अवैध कब्जा है.

LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.
LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.



इसी तरह बी-942- इस भूखंड पर दो भागों में विभाजित कर एक भाग पर तीन मंजिला पक्का निर्माण है. जिसमें रेस्टोरेन्ट और बैंक्विट बना हुआ है. इस भूखंड के पीछे रिक्त भूमि पर अवैध रूप से तिमंजिला निर्माण कर बैंक्विट हाल मे सम्मिलित कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार यह निर्माण व भू-भाग अनिल अग्रवाल का है. बी-942- संख्या- बी 942 के शेष आधे भाग पर एक मंजिला पक्का भवन निर्मित है जिसका आवासीय उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे स्थित रिक्त भूमि पर टीन शेड डालकर अतिक्रमण किया गया है. जानकारी के अनुसार यह भू-भाग आशीष राय का है.


इसके अलावा बी-941- इस भूखंड पर किसी प्रकार का कोई निर्माण आदि नहीं है. इस भू-भाग के पीछे रिक्त भूमि पर किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं है. जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह भू-भाग गोपाल महेश्वरी के कब्जे में है. वर्तमान में भूखंड रिक्त है. बी-940- बी 940 के आगे के कुछ भाग पर खिलौने की दुकान संचालित की जा रही है. इसी भूखण्ड पर निर्माण कार्य किया जा रहा है व पीछे की रिक्त भूमि पर किसी प्रकार का कोई पक्का निर्माण नहीं है. जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह भू-भाग पंकज बजाज के कब्जे में है. बी-939- भूखण्ड संख्या बी 939 के पीछे स्थित रिक्त भूमि जो कि मुख्य मार्ग को जोड़ती है उस रिक्त भूमि पर इलेक्ट्रानिक्स शोरूम ( शैल सिन्हा व सुभाष सिन्हा) तथा प्रथम तल पर भसीन क्लाथ सेन्टर ( रेनू भसीन व उनके पुत्र प्रियंक भसीन) द्वारा पूर्णतया अवैध कब्जा करते हुए पक्का निर्माण कर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ने बनाई वैक्सीन और इंसुलिन के स्टोरेज के लिए खास डिवाइस

लखनऊ : महानगर के बड़े अवैध निर्माणों को बचाने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के बड़े अफसर लगे हुए हैं. पहले तो लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने यहां अवैध निर्माण की रिपोर्ट मांगी. जब रिपोर्ट में अवैध निर्माण पाया गया तो कार्रवाई से हाथ खींच लिया गया. बीते लगभग नौ महीने से यह रिपोर्ट एलडीए के अफसरों ने दबा रखी है. बिल्डरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जानकारी के अनुसार छह अवैध निर्माण महानगर में चिन्हित किए गए हैं उनकी सूचना तहसीलदार ट्रस्ट की ओर से मांगी गई थी. यह सूचना मौके का परीक्षण करके जारी कर दी गई. सभी प्लॉटों की अद्यतन स्थिति बताई गई, लेकिन अवैध निर्माण की पुष्टि होने के बावजूद कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं किया गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि शहर में लगातार अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. जहां जहां से अवैध निर्माण की रिपोर्ट मिलेगी वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.
LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.


इन प्लाट में पाया गया अवैध निर्माण : संख्या-बी-943ए से बी-939 कुल 06 भूखंडों के पीछे स्थित पट्टी के रूप में रिक्त भूमि का संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण किया गया. जिसमें पूरी जानकारी सामने आई है. मौके पर भूखंडों के भाग पर स्थित रिक्त भूमि पर अतिक्रमण किया गया है. बी-943ए- इस भूखण्ड पर एक कार शोरूम का पक्का तिमंजिला निर्माण है. जिसका व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे स्थित रिक्त भूमि पर अवैध रूप से तीन मंजिला निर्माण करके शोरूम मे सम्मिलित कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार यह शोरूम / निर्माण रजनीश अग्रवाल पुत्र विजय कुमार अग्रवाल का है. बी-943- इस भूखण्ड पर पक्का आवासीय भवन निर्मित है. जिसके पिछले हिस्से में कपड़े को शोरूम संचालित कर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे रिक्त भूमि के कुछ हिस्से पर टीन शेड डालकर गोदाम के रूप में इस्तेमाल हो रहा है. शेष भाग निर्माण से रिक्त है. इस रिक्त पट्टी पर पराग विद्यार्थी का अवैध कब्जा है.

LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.
LUCKNOW महानगर के बड़े अवैध निर्माणों पर कार्रवाई से अफसरों ने खींचे हाथ, रसूखदारों को बचाने की कवायद में जुटे.



इसी तरह बी-942- इस भूखंड पर दो भागों में विभाजित कर एक भाग पर तीन मंजिला पक्का निर्माण है. जिसमें रेस्टोरेन्ट और बैंक्विट बना हुआ है. इस भूखंड के पीछे रिक्त भूमि पर अवैध रूप से तिमंजिला निर्माण कर बैंक्विट हाल मे सम्मिलित कर लिया गया है. जानकारी के अनुसार यह निर्माण व भू-भाग अनिल अग्रवाल का है. बी-942- संख्या- बी 942 के शेष आधे भाग पर एक मंजिला पक्का भवन निर्मित है जिसका आवासीय उपयोग किया जा रहा है. इस भूखंड के पीछे स्थित रिक्त भूमि पर टीन शेड डालकर अतिक्रमण किया गया है. जानकारी के अनुसार यह भू-भाग आशीष राय का है.


इसके अलावा बी-941- इस भूखंड पर किसी प्रकार का कोई निर्माण आदि नहीं है. इस भू-भाग के पीछे रिक्त भूमि पर किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं है. जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह भू-भाग गोपाल महेश्वरी के कब्जे में है. वर्तमान में भूखंड रिक्त है. बी-940- बी 940 के आगे के कुछ भाग पर खिलौने की दुकान संचालित की जा रही है. इसी भूखण्ड पर निर्माण कार्य किया जा रहा है व पीछे की रिक्त भूमि पर किसी प्रकार का कोई पक्का निर्माण नहीं है. जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि यह भू-भाग पंकज बजाज के कब्जे में है. बी-939- भूखण्ड संख्या बी 939 के पीछे स्थित रिक्त भूमि जो कि मुख्य मार्ग को जोड़ती है उस रिक्त भूमि पर इलेक्ट्रानिक्स शोरूम ( शैल सिन्हा व सुभाष सिन्हा) तथा प्रथम तल पर भसीन क्लाथ सेन्टर ( रेनू भसीन व उनके पुत्र प्रियंक भसीन) द्वारा पूर्णतया अवैध कब्जा करते हुए पक्का निर्माण कर व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है.

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