लखनऊ: जनपद को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नंबर वन बनाने, नागरिकों को सेवा प्रदान करने और अभिलेख जुटाने के उद्देश्य से लखनऊ नगर निगम घर-घर सर्वे कराने जा रहा है. इस दौरान लोगों से मोबाइल नंबर, परिवार के सदस्यों की संख्या और समस्याओं की जानकारी मांगी जाएगी. इसके साथ ही लोगों को लखनऊ वन ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की है.
स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के महानगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा रहा है. यह सर्वेक्षण 4 जनवरी से शुरू होगा. शहरी विकास मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली कंसल्टेंट कंपनी गोपनीय सर्वेक्षण करेगी. स्वच्छता ऐप (लखनऊ वन ऐप) भी इसी अभियान का हिस्सा है. नगर निगम आपके द्वार अभियान के तहत नागरिकों की शिकायत एवं मांगों की जानकारी प्राप्त कर उनके निराकरण कराने का प्रयास करेगा. घर-घर सर्वे के दौरान अधिकारी-कर्मचारी शहरी स्वच्छता के विषय में जागरूक करेंगे. नागरिकों से घर-घर जाकर संपर्क करेंगे. प्रत्येक घर पर एक स्टीकर चस्पा करेंगे, जिन पर संपत्ति कर एवं यूनिक आईडी आदि जानकारी लिखी जायेगी. यहां प्राप्त शिकायत और समस्याओं को मौके पर ही निराकरण किया जायेगा. उनकी प्रविष्टि भी मौके पर ही लखनऊ वन ऐप में की जाएगी. अभियान के दौरान स्मार्ट सिटी हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निराकरण कर सत्यापन भी किया जाएगा. अभियान के दौरान नागरिकों को शहर, वार्ड एवं सार्वजनिक स्थलों को साफ और स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
ऐप में ये सुविधाएं उपलब्ध
स्मार्ट सिटी योजना के तहत तैयार 'लखनऊ वन' ऐप में ये सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस ऐप से लोग अस्पताल, स्कूल, सुलभ शौचालय, एटीएम, पार्किंग की लोकेशन भी जान सकेंगे. इसके अलावा बिजली बिल भुगतान के साथ आय-निवास प्रमाण पत्र, जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र का सत्यापन तथा आवेदन की स्थिति भी पता कर सकेंगे. इसके अलावा गृहकर, ट्रैफिक और बिजली विभाग समेत अन्य दूसरे विभाग के महत्वपूर्ण लिंक भी दिए गए हैं. जरूरत पड़ने पर 108 व 102 एंबुलेंस, विमिन पावर लाइन, फायर ब्रिगेड और पुलिस से मदद ले सकते हैं. पार्क, सामुदायिक बारात घर, पर्यटन स्थल, सरकारी प्रतिष्ठान की जगह भी ट्रेस कर सकते हैं.
स्मार्ट सिटी योजना के तहत 14 लाख की लागत से यह ऐप तैयार किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, ऐप पर दर्ज होने वाली शिकायतें, सुझाव और मदद मांगने वालों की सूचना स्मार्ट सिटी ऑफिस में बने कमांड सेंटर में दर्ज होगी. यहां बैठी टीम संबंधित क्षेत्रों के जुड़े अधिकारियों को मामलों से अवगत करवाएगी. साथ ही टीम दर्ज शिकायतों और मदद मांगने वालों से फीडबैक भी लेगी.
दूर होंगी शिकायतें
योजना से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, नगर निगम की पब्लिक ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम (पीजीआरएस) व इंटीग्रेटेड ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम (आईजीआरएस) के तहत दर्ज होने वाली शिकायतें भी ऐप की मदद से दूर की जाएंगी. इनमें मरे जानवर उठवाने, इलाके की गंदगी हटवाने से लेकर कोरोना पीड़ित मरीजों के मिलने पर इलाकों को सैनिटाइजेशन करवाने के लिए भी ऐप पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
लखनऊ नगर निगम घर-घर सर्वे कर डाउनलोड कराएगा लखनऊ वन ऐप, बनेगी यूनिक आईडी - स्वच्छता सर्वेक्षण 2021
यूपी की राजधानी लखनऊ को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम ने प्रयास शुरू कर दिए हैं. इसके लिए लोगों को लखनऊ वन ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
लखनऊ: जनपद को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में नंबर वन बनाने, नागरिकों को सेवा प्रदान करने और अभिलेख जुटाने के उद्देश्य से लखनऊ नगर निगम घर-घर सर्वे कराने जा रहा है. इस दौरान लोगों से मोबाइल नंबर, परिवार के सदस्यों की संख्या और समस्याओं की जानकारी मांगी जाएगी. इसके साथ ही लोगों को लखनऊ वन ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की है.
स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के महानगरों में स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा रहा है. यह सर्वेक्षण 4 जनवरी से शुरू होगा. शहरी विकास मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाली कंसल्टेंट कंपनी गोपनीय सर्वेक्षण करेगी. स्वच्छता ऐप (लखनऊ वन ऐप) भी इसी अभियान का हिस्सा है. नगर निगम आपके द्वार अभियान के तहत नागरिकों की शिकायत एवं मांगों की जानकारी प्राप्त कर उनके निराकरण कराने का प्रयास करेगा. घर-घर सर्वे के दौरान अधिकारी-कर्मचारी शहरी स्वच्छता के विषय में जागरूक करेंगे. नागरिकों से घर-घर जाकर संपर्क करेंगे. प्रत्येक घर पर एक स्टीकर चस्पा करेंगे, जिन पर संपत्ति कर एवं यूनिक आईडी आदि जानकारी लिखी जायेगी. यहां प्राप्त शिकायत और समस्याओं को मौके पर ही निराकरण किया जायेगा. उनकी प्रविष्टि भी मौके पर ही लखनऊ वन ऐप में की जाएगी. अभियान के दौरान स्मार्ट सिटी हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निराकरण कर सत्यापन भी किया जाएगा. अभियान के दौरान नागरिकों को शहर, वार्ड एवं सार्वजनिक स्थलों को साफ और स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
ऐप में ये सुविधाएं उपलब्ध
स्मार्ट सिटी योजना के तहत तैयार 'लखनऊ वन' ऐप में ये सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस ऐप से लोग अस्पताल, स्कूल, सुलभ शौचालय, एटीएम, पार्किंग की लोकेशन भी जान सकेंगे. इसके अलावा बिजली बिल भुगतान के साथ आय-निवास प्रमाण पत्र, जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र का सत्यापन तथा आवेदन की स्थिति भी पता कर सकेंगे. इसके अलावा गृहकर, ट्रैफिक और बिजली विभाग समेत अन्य दूसरे विभाग के महत्वपूर्ण लिंक भी दिए गए हैं. जरूरत पड़ने पर 108 व 102 एंबुलेंस, विमिन पावर लाइन, फायर ब्रिगेड और पुलिस से मदद ले सकते हैं. पार्क, सामुदायिक बारात घर, पर्यटन स्थल, सरकारी प्रतिष्ठान की जगह भी ट्रेस कर सकते हैं.
स्मार्ट सिटी योजना के तहत 14 लाख की लागत से यह ऐप तैयार किया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, ऐप पर दर्ज होने वाली शिकायतें, सुझाव और मदद मांगने वालों की सूचना स्मार्ट सिटी ऑफिस में बने कमांड सेंटर में दर्ज होगी. यहां बैठी टीम संबंधित क्षेत्रों के जुड़े अधिकारियों को मामलों से अवगत करवाएगी. साथ ही टीम दर्ज शिकायतों और मदद मांगने वालों से फीडबैक भी लेगी.
दूर होंगी शिकायतें
योजना से जुड़े विशेषज्ञों के मुताबिक, नगर निगम की पब्लिक ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम (पीजीआरएस) व इंटीग्रेटेड ग्रेवांस रिड्रेसल सिस्टम (आईजीआरएस) के तहत दर्ज होने वाली शिकायतें भी ऐप की मदद से दूर की जाएंगी. इनमें मरे जानवर उठवाने, इलाके की गंदगी हटवाने से लेकर कोरोना पीड़ित मरीजों के मिलने पर इलाकों को सैनिटाइजेशन करवाने के लिए भी ऐप पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.