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लखनऊ नगर निगम के नवनिर्वाचित सदन की विशेष बैठक 22 को, कार्यकारिणी के 12 सदस्यों का होगा चुनाव - House Special Meeting

लखनऊ नगर निगम के नवनिर्वाचित सदन की विशेष बैठक (Lucknow Municipal Corporation House Special Meeting) 22 जून को होगी. महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि कार्यकारिणी के 12 सदस्यों का चुनाव होगा.

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लखनऊ नगर निगम Lucknow Municipal Corporation सदन की विशेष बैठक House Special Meeting महापौर सुषमा खर्कवाल
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Published : Jun 17, 2023, 9:03 AM IST

Updated : Jun 17, 2023, 9:11 AM IST

लखनऊ: लम्बे इंतजार के बाद नगर निगम सदन की पहली बैठक (Lucknow Municipal Corporation House Special Meeting) 22 जून को होगी. नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में नगर निगम के त्रिलोकनाथसभागार में बैठक होगी. इस बैठक में नव निर्वाचित 110 पार्षद 12 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव करेंगे. शासन ने 23 जून तक अधिवेशन बुलाने की तिथि निर्धारित की थी. चुनाव परिणाम आने के बाद पार्षद सदन बुलाने का इंतजार कर रहे थे.

महापौर ने नगर आयुक्त के प्रस्ताव 22 जून को विशेष अधिवेशन बुलाने की मंजूरी प्रदान कर दी है. पहली बैठक से ही सदन का कार्यकाल माना जाएगा. इस बैठक में पार्षदों के परिचय के साथ सदन के चयन और कार्यकारिणी के सदस्यों के निर्वाचन पर फैसला होगा. विशेष अधिवेशन में कार्यकारिणी गठन के बाद नगर निगम व शहर के विकास संबंधी फैसलों पर निर्णय हो सकेंगे. कार्यकारिणी के चुनाव के लिए कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है.

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने बताया कि 22 को बैठक बुलाई गई है. महापौर सुषमा खर्कवाल ने अपनी सहमति दे दी है. सुबह 11 बजे अधिवेशन शुरू होगा. सदस्य पद के लिए नामांकन 11:30 बजे तक होंगे और 11:50 तक नाम वापसी. चुनाव होने की स्थिति में दोपहर 2 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी. उसी दिन परिणाम की घोषणा भी की जाएगी.

चुनाव में उतरने के लिए जोर आजमाइश शुरू: भाजपा, सपा और काग्रेस के पार्षदों ने कार्यकारिणी सदस्य के चुनाव में उतरने के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है. कार्यकारिणी के चुनाव में भाजपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा होने से भाजपा की जीत पहले ही मानी जा रही है. संख्या बल के हिसाब से 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में 10 भाजपा व 2 सदस्य सपा के तय माने जा रहे हैं लेकिन चार पार्षदों वाली कांग्रेस भी अपना एक सदस्य नामित करने की मांग कर रही है.

इन परिस्थितियों में चुनाव की स्थिति बन रही है. 110 पार्षदों में 80 भाजपा, सपा के 21, कांग्रेस के 4, बसपा के 1 तथा 4 निर्दलीय पार्षद हैं. इनके अलावा लोकसभा वराज्यसभा सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य पदेन सदस्य के रूप में होते हैं. कार्यकारिणी के लिए 12 सदस्यों का चुनाव होना है. 12 में 10 सदस्य भाजपा के जीतने की पूरी संभावना है.

सभी दलों के पार्षदों ने कार्यकारिणी चुनाव में उतरने के लिए अपनी पार्टी महानगर अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों से संपर्क कराना शुरू कर दिया है. सूत्र बताते हैं कि प्रमुख दलों की ओर से कार्यकारिणी चुनाव के लिए सदस्यों के नाम घोषित कर दिए गए हैं. चुनाव होने की दशा में प्रत्येक एक सदस्य के लिए लगभग 11 वोट हासिल करने होंगे. भाजपा के 80 पार्षद व सपा के पास 21 पार्षद हैं. जबकि पदेन सदस्यों की संख्या भाजपा के सबसे अधिक हैं.


क्रास वोटिंग की संभावना: कार्यकारिणी चुनाव में क्रास वोटिंग की भी राजनीति हो सकती है. वर्ष 2012 की बोर्ड में सपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा थी, तब क्रास वोटिंग हुई थी. इस बार भाजपा के पार्षद व पदेन सदस्य ज्यादा सबसे अधिक हैं. हालांकि बसपा से सिर्फ एक पार्षद होने से चुनाव में उतरने को लेकर स्थिति साफ नहीं है. भाजपा अपनी जीत को लेकर निश्चिंत है और उसे किसी पार्षद के साथ छोड़ने का डर नहीं है, बल्कि अन्य पार्षदों के साथ उसके साथ आने की संभावना है. 4 निदर्लीय को अपनी तरफ करने की रस्साकशी शुरू हो गयी है. सपा के अनुसार तीन निर्दलीय उसके संपर्क में हैं तो भाजपा भी अपने पाले में लाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है.

बोर्ड बनने के बाद विकास पकड़ेगा रफ्तार: कार्यकारिणी गठन के बाद नगर निगम व शहर के विकास संबंधी फैसलों पर निर्णय हो सकेंगे. कार्यकारिणी गठित होने के बाद नगर निगम के अनुपूरक बजट पर निर्णय लिया जा सकेगा. नगर निगम की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है, जबकि शहर के विकास को लेकर पार्षदों पर दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में 22 को कार्यकारिणी चुनाव होने के बाद आम सदन की बैठक बुलाने को लेकर मांग हो सकती है.

उपाध्यक्ष का भी होगा चयनः कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव होने के बाद कार्यकारिणी उपाध्यक्ष का भी चयन किया जाएगा. चुने गए सदस्य ही उपाध्यक्ष का चयन करेंगे. आमतौर पर विरोधी दल का उपाध्यक्ष चुने जाने की मांग होती रही है लेकिन अभी तक के कार्यकाल में भाजपा का मेयर होने से उपाध्यक्ष भी भाजपा का होता रहा है.

सपा से 4 नाम आये: सपा से 4 नाम नगर कार्यालय को भेजे गए हैं। इनमें प्रमुख रूप से लईका आगा, राम नरेश चौरसिया, मुश्व्विर अली मंशू व महिला पार्षद में से दो के नाम फाइनल होंगे.

भाजपा से मुन्ना मिश्रा से हो सकते हैं नेता पार्षद दल: भाजपा से पार्षद दल के नेता के लिए मुन्ना मिश्रा का नाम लगभग फाइनल है. मुन्ना कई बार से पार्षद चुनते आ रहे हैं. उन्होंने इस बार सबसे अधिक मतों से विजय हासिल की है. वहीं कार्यकारिणी के लिए उपाध्यक्ष व सदस्यों के नाम भी भाजपा महानगर ने दल के नेता को बता दिए हैं. प्रमुख रूप से वरिष्ठ भाजपा पार्षदों में मुन्ना मिश्रा, सुशील तिवारी पम्मी, नागेंद्र सिंह चौहान, रंजीत सिंह आदि नाम शामिल हैं. सपा पार्षद दल के नेता के रूप में अभी तक सै. यावर हुसैन रेशू को चुना जाता रहा है. इस बार रेशू के नाम की घोषणा पार्टी कार्यालय से होने की चर्चा है. वहीं कांग्रेस से मालवीय नगर वार्ड से पार्षद ममता चौधरी को नेता पार्षद दल चुना जाना तय है.

पदेन सदस्य के रूप में यह हो सकते हैं मौजूद: लोकसभा सदस्य में राजनाथ सिंह, सांसद लखनऊ, सांसद, मोहनलालगंज, लखनऊ से राज्यसभा सदस्य सुंधाशु त्रिवेदी, विधानसभा सदस्यों में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, डॉ. नीरज बोरा, आशुतोष टंडन गोपाल, योगेश शुक्ला, राजेश्वर सिंह, सपा से अरमान खान व रजिदास मेहरोत्रा, विधान परिषद सदस्य में डॉ. दिनेश शर्मा, मुकेश शर्मा, बुक्कल नवाब, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, उमेश द्विवेदी, मोहसिन रजा, अवनीश कुमार सिंह, रामचंद्र प्रधान शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- अघोषित बिजली कटौती पर सीएम योगी नाराज, मंत्री और अफसरों की लगायी क्लास

लखनऊ: लम्बे इंतजार के बाद नगर निगम सदन की पहली बैठक (Lucknow Municipal Corporation House Special Meeting) 22 जून को होगी. नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में नगर निगम के त्रिलोकनाथसभागार में बैठक होगी. इस बैठक में नव निर्वाचित 110 पार्षद 12 सदस्यीय कार्यकारिणी का चुनाव करेंगे. शासन ने 23 जून तक अधिवेशन बुलाने की तिथि निर्धारित की थी. चुनाव परिणाम आने के बाद पार्षद सदन बुलाने का इंतजार कर रहे थे.

महापौर ने नगर आयुक्त के प्रस्ताव 22 जून को विशेष अधिवेशन बुलाने की मंजूरी प्रदान कर दी है. पहली बैठक से ही सदन का कार्यकाल माना जाएगा. इस बैठक में पार्षदों के परिचय के साथ सदन के चयन और कार्यकारिणी के सदस्यों के निर्वाचन पर फैसला होगा. विशेष अधिवेशन में कार्यकारिणी गठन के बाद नगर निगम व शहर के विकास संबंधी फैसलों पर निर्णय हो सकेंगे. कार्यकारिणी के चुनाव के लिए कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है.

मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह ने बताया कि 22 को बैठक बुलाई गई है. महापौर सुषमा खर्कवाल ने अपनी सहमति दे दी है. सुबह 11 बजे अधिवेशन शुरू होगा. सदस्य पद के लिए नामांकन 11:30 बजे तक होंगे और 11:50 तक नाम वापसी. चुनाव होने की स्थिति में दोपहर 2 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी. उसी दिन परिणाम की घोषणा भी की जाएगी.

चुनाव में उतरने के लिए जोर आजमाइश शुरू: भाजपा, सपा और काग्रेस के पार्षदों ने कार्यकारिणी सदस्य के चुनाव में उतरने के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी है. कार्यकारिणी के चुनाव में भाजपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा होने से भाजपा की जीत पहले ही मानी जा रही है. संख्या बल के हिसाब से 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में 10 भाजपा व 2 सदस्य सपा के तय माने जा रहे हैं लेकिन चार पार्षदों वाली कांग्रेस भी अपना एक सदस्य नामित करने की मांग कर रही है.

इन परिस्थितियों में चुनाव की स्थिति बन रही है. 110 पार्षदों में 80 भाजपा, सपा के 21, कांग्रेस के 4, बसपा के 1 तथा 4 निर्दलीय पार्षद हैं. इनके अलावा लोकसभा वराज्यसभा सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य पदेन सदस्य के रूप में होते हैं. कार्यकारिणी के लिए 12 सदस्यों का चुनाव होना है. 12 में 10 सदस्य भाजपा के जीतने की पूरी संभावना है.

सभी दलों के पार्षदों ने कार्यकारिणी चुनाव में उतरने के लिए अपनी पार्टी महानगर अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों से संपर्क कराना शुरू कर दिया है. सूत्र बताते हैं कि प्रमुख दलों की ओर से कार्यकारिणी चुनाव के लिए सदस्यों के नाम घोषित कर दिए गए हैं. चुनाव होने की दशा में प्रत्येक एक सदस्य के लिए लगभग 11 वोट हासिल करने होंगे. भाजपा के 80 पार्षद व सपा के पास 21 पार्षद हैं. जबकि पदेन सदस्यों की संख्या भाजपा के सबसे अधिक हैं.


क्रास वोटिंग की संभावना: कार्यकारिणी चुनाव में क्रास वोटिंग की भी राजनीति हो सकती है. वर्ष 2012 की बोर्ड में सपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा थी, तब क्रास वोटिंग हुई थी. इस बार भाजपा के पार्षद व पदेन सदस्य ज्यादा सबसे अधिक हैं. हालांकि बसपा से सिर्फ एक पार्षद होने से चुनाव में उतरने को लेकर स्थिति साफ नहीं है. भाजपा अपनी जीत को लेकर निश्चिंत है और उसे किसी पार्षद के साथ छोड़ने का डर नहीं है, बल्कि अन्य पार्षदों के साथ उसके साथ आने की संभावना है. 4 निदर्लीय को अपनी तरफ करने की रस्साकशी शुरू हो गयी है. सपा के अनुसार तीन निर्दलीय उसके संपर्क में हैं तो भाजपा भी अपने पाले में लाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है.

बोर्ड बनने के बाद विकास पकड़ेगा रफ्तार: कार्यकारिणी गठन के बाद नगर निगम व शहर के विकास संबंधी फैसलों पर निर्णय हो सकेंगे. कार्यकारिणी गठित होने के बाद नगर निगम के अनुपूरक बजट पर निर्णय लिया जा सकेगा. नगर निगम की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है, जबकि शहर के विकास को लेकर पार्षदों पर दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में 22 को कार्यकारिणी चुनाव होने के बाद आम सदन की बैठक बुलाने को लेकर मांग हो सकती है.

उपाध्यक्ष का भी होगा चयनः कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव होने के बाद कार्यकारिणी उपाध्यक्ष का भी चयन किया जाएगा. चुने गए सदस्य ही उपाध्यक्ष का चयन करेंगे. आमतौर पर विरोधी दल का उपाध्यक्ष चुने जाने की मांग होती रही है लेकिन अभी तक के कार्यकाल में भाजपा का मेयर होने से उपाध्यक्ष भी भाजपा का होता रहा है.

सपा से 4 नाम आये: सपा से 4 नाम नगर कार्यालय को भेजे गए हैं। इनमें प्रमुख रूप से लईका आगा, राम नरेश चौरसिया, मुश्व्विर अली मंशू व महिला पार्षद में से दो के नाम फाइनल होंगे.

भाजपा से मुन्ना मिश्रा से हो सकते हैं नेता पार्षद दल: भाजपा से पार्षद दल के नेता के लिए मुन्ना मिश्रा का नाम लगभग फाइनल है. मुन्ना कई बार से पार्षद चुनते आ रहे हैं. उन्होंने इस बार सबसे अधिक मतों से विजय हासिल की है. वहीं कार्यकारिणी के लिए उपाध्यक्ष व सदस्यों के नाम भी भाजपा महानगर ने दल के नेता को बता दिए हैं. प्रमुख रूप से वरिष्ठ भाजपा पार्षदों में मुन्ना मिश्रा, सुशील तिवारी पम्मी, नागेंद्र सिंह चौहान, रंजीत सिंह आदि नाम शामिल हैं. सपा पार्षद दल के नेता के रूप में अभी तक सै. यावर हुसैन रेशू को चुना जाता रहा है. इस बार रेशू के नाम की घोषणा पार्टी कार्यालय से होने की चर्चा है. वहीं कांग्रेस से मालवीय नगर वार्ड से पार्षद ममता चौधरी को नेता पार्षद दल चुना जाना तय है.

पदेन सदस्य के रूप में यह हो सकते हैं मौजूद: लोकसभा सदस्य में राजनाथ सिंह, सांसद लखनऊ, सांसद, मोहनलालगंज, लखनऊ से राज्यसभा सदस्य सुंधाशु त्रिवेदी, विधानसभा सदस्यों में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, डॉ. नीरज बोरा, आशुतोष टंडन गोपाल, योगेश शुक्ला, राजेश्वर सिंह, सपा से अरमान खान व रजिदास मेहरोत्रा, विधान परिषद सदस्य में डॉ. दिनेश शर्मा, मुकेश शर्मा, बुक्कल नवाब, डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, उमेश द्विवेदी, मोहसिन रजा, अवनीश कुमार सिंह, रामचंद्र प्रधान शामिल हैं.

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Last Updated : Jun 17, 2023, 9:11 AM IST
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