लखनऊ : नगर निगम के पुनरीक्षित बजट (2020-21) में विकास कार्यों पर होने वाले खर्च को बढ़ाया गया है. डेढ़ सौ करोड़ की देनदारी से जूझ रहे नगर निगम ने पुनरीक्षित बजट में कई मदों में खर्च को बढ़ा दिया है. इसके तहत सड़क निर्माण के बजट में कोई वृद्धि नहीं होगी. मूल बजट में नये निर्माण कार्यों के लिए 50 लाख का बजट प्राविधानित किया गया था. पुनरीक्षित में इसे 200 लाख कर दिया गया है. वहीं मरम्मत के मद में कटौती कर दी गई है. पुलिया आदि निर्माण में 200 लाख के बजट को कटौती कर 50 लाख कर दिया गया है.. इसी तरह कुछ खर्च में कटौती के साथ ही दूसरे मदों में आंशिक वृद्धि की गई है.
बजट के आय-व्यय पर होगी चर्चा
नगर निगम के पुनरीक्षित बजट में सभी मदों से होने वाली कुल आय 1,77,695 लाख व व्यय 1,77,720.05 लाख का प्रावधान किया गया है. 23 दिसंबर को बुलाई गई नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में आय-व्यय के बजट पर चर्चा होगी.
कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में वृद्धि
नगर निगम के लेखा विभाग ने पुनरीक्षित बजट का जो प्रस्ताव किया है, उसमें कर्मचारियों के वेतन व पेंशन पर खर्च बढ़ाया गया है. अभियंत्रण अधिष्ठान का खर्च 1000 से बढ़ाकर 1100 लाख कर दिया गया है. वहीं पेंशन व्यय के मद में 500 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है.
यहां से होगी आय
केंद्र सरकार की अमृत योजना में 1000 लाख, स्वच्छ भारत मिशन में 1500 लाख, राज्य सरकार की समग्र विकास निधि से होने वाले विकास कार्यों के लिये 15,000 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है. मूल बजट से इसे दोगुना कर दिया गया है. वहीं, विधायक निधि में 200 लाख दी गयी है, जबकि नगरीय विकास योजना व अन्य के मद में 3000 लाख का प्रावधान किया गया है. मूल बजट में इस मद के अंतर्गत 1.00 लाख का रखा गया था. मरम्मत व नवीनीकरण के बजट में मूल बजट में 15,000 लाख का प्रावधान था. हालांकि बाद में संशोधित कर 17,731 कर दिया गया था. यही रकम पुनरीक्षित बजट में भी रखी गई है. नए निर्माण कार्य के मद में 1000 लाख के खर्च को घटाकर 19 लाख रखा गया है.
बांड के लिये मिलेंगे 26 करोड़, ब्याज अदायगी 20 करोड़
म्युनिसिपल बांड जारी होने पर शासन से नगर निगम को 26 करोड़ रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर मिलने हैं. इसका भी प्रावधान बजट में किया गया है. हालांकि बांड से संबंधित किश्तों की अदायगी पर लगभग 20 करोड़ रुपये नगर निगम को खर्च करने होंगे. इसे भी बजट में दर्शाया गया है.
आवासीय योजना से मिलेंगे 400 करोड़
म्युनिसिपल बांड के 200 करोड़ मिलने से विवेकानंद नगर औरंगाबाद आवासीय योजना व व्यवसायिक योजना का विकास होगा. भवनों की बिक्री से 4000 लाख रुपये की आय का प्रावधान पुनरीक्षित बजट में किया गया है.
यहां नहीं बढ़ेगी आय
हालांकि, विज्ञापन पर कर, प्रेक्षागृहों पर कर, सामान्य भवन कर, वाहनों व अन्य गाड़ियों पर कर, कुत्तों के लाइसेंस कर में आय का प्रावधान मूल बजट के आधार पर होगा.