लखनऊ: लखनऊ मेट्रो से जुड़े सभी लोगों के लिए शनिवार एक और उपलब्धि का दिन रहा. 5 सितंबर 2017 से शुरू हुई लखनऊ मेट्रो सेवा में शनिवार को अपनी अब तक की यात्रा में तीन करोड़ की राइडरशिप को पार कर लिया है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि तब से अब तक अपनी कार्यपद्धती और समर्पित सेवा से लखनऊ मेट्रो ने शहरवासियों के दिलों में अहम जगह बनाई है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को बधाई देते हुए यह बातें कहीं.
ऐतिहासिक और गर्व की अनुभूति कराने वाला पल
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक ने कहा कि निश्चित तौर पर लखनऊ मेट्रो के लिए यह ऐतिहासिक और गर्व की अनुभूति कराने वाला है. हमने तमाम बाधाओं को पार कर लखनऊ के लोगों के लिए जिस आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का संकल्प लिया था, आज यात्रियों से मिल रहे निरंतर समर्थन और भरोसे की वजह से एक मुकाम तक पहुंचता दिखाई दे रहा है. हम इसके लिए लखनऊवासियों के आभारी हैं. हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि भविष्य में भी इसी कर्मठता और समर्पण के साथ उनकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.
प्रतिदिन 343 फेरे लगाती है लखनऊ मेट्रो
उन्होंने कहा कि लखनऊ में सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच 23 किलोमीटर उत्तर दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो ट्रेन प्रतिदिन 343 फेरे लगाती है. मेट्रो की यह सार्वजनिक परिवहन प्रणाली सुरक्षित होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल तो है ही. साथ ही सवारी के कई माध्यमों से सस्ती भी है. यहां विशेष यात्रियों और महिलाओं की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाता है. लखनऊ मेट्रो की लास्ट एंड फाउंड पॉलिसी के तहत यात्रियों का अब तक स्टेशनों और ट्रेनों में छूटा करीब साढे़ सात लाख रुपये और कीमती साजो सामान लौटाया गया है.
लखनऊ मेट्रो: यात्री सेवा की शुरुआत से अब तक 3 करोड़ पहुंची कुल राइडरशिप
लखनऊ मेट्रो अपनी शुरुआत से लेकर अबतक तीन करोड़ राइडरशिप तक पहुंच चुकी है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को बधाई देते हुए यह जानकारी दी.
लखनऊ: लखनऊ मेट्रो से जुड़े सभी लोगों के लिए शनिवार एक और उपलब्धि का दिन रहा. 5 सितंबर 2017 से शुरू हुई लखनऊ मेट्रो सेवा में शनिवार को अपनी अब तक की यात्रा में तीन करोड़ की राइडरशिप को पार कर लिया है. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि तब से अब तक अपनी कार्यपद्धती और समर्पित सेवा से लखनऊ मेट्रो ने शहरवासियों के दिलों में अहम जगह बनाई है. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने पूरी टीम के साथ लखनऊ की जनता को बधाई देते हुए यह बातें कहीं.
ऐतिहासिक और गर्व की अनुभूति कराने वाला पल
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक ने कहा कि निश्चित तौर पर लखनऊ मेट्रो के लिए यह ऐतिहासिक और गर्व की अनुभूति कराने वाला है. हमने तमाम बाधाओं को पार कर लखनऊ के लोगों के लिए जिस आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का संकल्प लिया था, आज यात्रियों से मिल रहे निरंतर समर्थन और भरोसे की वजह से एक मुकाम तक पहुंचता दिखाई दे रहा है. हम इसके लिए लखनऊवासियों के आभारी हैं. हम उन्हें विश्वास दिलाते हैं कि भविष्य में भी इसी कर्मठता और समर्पण के साथ उनकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.
प्रतिदिन 343 फेरे लगाती है लखनऊ मेट्रो
उन्होंने कहा कि लखनऊ में सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया के बीच 23 किलोमीटर उत्तर दक्षिण कॉरिडोर में मेट्रो ट्रेन प्रतिदिन 343 फेरे लगाती है. मेट्रो की यह सार्वजनिक परिवहन प्रणाली सुरक्षित होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल तो है ही. साथ ही सवारी के कई माध्यमों से सस्ती भी है. यहां विशेष यात्रियों और महिलाओं की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाता है. लखनऊ मेट्रो की लास्ट एंड फाउंड पॉलिसी के तहत यात्रियों का अब तक स्टेशनों और ट्रेनों में छूटा करीब साढे़ सात लाख रुपये और कीमती साजो सामान लौटाया गया है.