लखनऊ : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में कई राज्यों समेत प्रदेश के लाखों मरीज इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचते हैं. कुछ विभागों में वेटिंग लिस्ट ज्यादा होने के कारण उन्हें ऑपरेशन के लिए कई महीनों तक का इंतजार करना पड़ता है. फिलहाल पीजीआई का नेफ्रोलॉजी विभाग के आधुनिक गुर्दा प्रत्यारोपण केन्द्र में जल्द ही हर हफ्ते पांच से छह मरीजों का गुर्दा प्रत्यारोपण होगा. इसके लिए सामान्य वार्ड और आईसीयू में बेड की क्षमता समेत डायलिसिस स्टेशन बढ़ा दिए गए हैं. ऑपरेशन थियेटर से लेकर अन्य तैयारियां अब पूरी हो गई हैं.
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) में गुर्दा प्रत्यारोपण मरीजों को अब वेटिंग लिस्ट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. डॉक्टर के मुताबिक इससे वेटिंग खत्म होगी और गुर्दा प्रत्यारोपण का इंतजार कर रहे 350 मरीजों को राहत मिलेगी.
पीजीआई संस्थान के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. नारायण प्रसाद के मुताबिक संस्थान में गुर्दा प्रत्यारोपण का खर्च निजी संस्थानों के मुकाबले आधा है. इसके चलते यहां यूपी समेत दूसरे राज्यों के मरीजों की संख्या ज्यादा होती है. इसलिए सात से नौ माह की वेटिंग चल रही है. अभी हफ्ते में दो से तीन प्रत्यारोपण ही हो पा रहे हैं, लेकिन जल्द ही पांच से छह प्रत्यारोपण करने की पूरी तैयारी हो गई है. रोजाना कम से कम एक प्रत्यारोपण से वेटिंग वाले मरीजों को राहत मिलेगी. डॉ. नारायण ने बताया कि नए केन्द्र में सामान्य वार्ड में 60 से बढ़ाकर 75 बेड कर दिए गए हैं. आईसीयू में आठ से 10 बेड़ों की संख्या बढ़ा दी गई है.