लखनऊ: कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के साजिशकर्ताओं का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. इस खुलासे में सामने आया कि कानपुर हिंसा के तार राजधानी लखनऊ से जुड़े हैं. जहां पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज स्थित पांडे कांप्लेक्स से जावेद अहमद खान, हयात जफर हाशमी, मोहम्मद राहिल, मोहम्मद सुफियान को गिरफ्तार किया है.
ये सभी आरोपी लखनऊ के इसी कांप्लेक्स में स्थित ऑफिस में कानपुर से भागकर रुके थे और रात भर रुकने के बाद अधिवक्ता मित्र सुलतान से कानूनी राय ले रहे थे, लेकिन पुलिस ने पहले ही छापा मारकर इन्हें गिरफ्तार कर लिया.
सुलतान जोकि कानपुर हिंसा के साजिशकर्ताओं में से एक जावेद का पार्टनर है और लखनऊ में पेशे से अधिवक्ता है. साथ ही यू ट्यूब चैनल के जरिए प्रचार प्रसार करता है. ईटीवी ने ग्राउंड रिपोर्ट में पाया कि किस तरह ऑफिस में काम होता था और कैसे यहां से प्रचार-प्रसार किया जाता था. साथ ही मुख्य आरोपी की सारी जानकारी भी यहां दफ्तर से कवर की जाती थी. इस दफ्तर को भी 3 तारीख को जुलूस होने की खबर थी और यहीं से सूचना दी गई थी.
हालांकि देर रात आरोपी इसी ऑफिस में आकर आराम कर रहे थे और आगे के लिए कानूनी सलाह ले रहे थे. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के वकील दोस्त सुलतान ने बताया कि आरोपी जावेद उनका बिजनेस पार्टनर था. उसने उसे कॉल किया कि वो अपने 3 दोस्तों के साथ आ रहे है और रात को रुकेंगे. सुलतान ने कहा कि वो जावेद के अलावा किसी और को नहीं जानते और इसी ऑफिस में उनका चैम्बर है.
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