लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच में इस्तेमाल होने वाली जांच किट की मान्यता अब किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भी दे सकेगा. इसको लेकर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने केजीएमयू को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर चिन्हित किया है, जिसके बाद अब आने वाली नई जांच किट को मंजूरी व सत्यापन के लिए केजीएमयू अधिकृत है.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को कोविड-19 में इस्तेमाल होने वाली किट को मंजूरी व सत्यापन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में चिन्हित किया है. किसी भी जांच किट को मानक के अधिकार पर उसके इस्तेमाल करने की अनुमति केजीएमयू ही दे सकेगा. इस संबंध में आईसीएमआर ने केजीएमयू को पत्र भी जारी किया है.
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केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को कोविड-19 में जांच में प्रयुक्त होने वाली किट के अनुमोदन सत्यापन के लिए चुना गया है. यह अनुमोदन उनको दिया जाएगा, जिनको यूरोपियन यूनियन के द्वारा अनुमोदन नहीं मिला है. उम्मीद है केजीएमयू को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस चुने जाने के बाद आने वाली नई जांच किट के सत्यापन में गति आएगी, जिसके बाद कोरोना की जांच की संख्या को बढ़ाया जा सकेगा.