लखनऊ : NEET PG Counseling : नीट पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर मेडिकल छात्रों में आक्रोश है. दिल्ली में डॉक्टरों का प्रदर्शन व पुलिस से विवाद का असर यूपी तक देखा जा रहा है. जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में अब लखनऊ की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) उतर आया है. अध्यक्ष मनीष टंडन ने केंद्र सरकार से तत्काल काउंसलिंग कराने की मांग की है.
मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट (यूजी), पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कोर्स में नीट परीक्षा के जरिये प्रवेश मिलता है. ऐसे में मेडिकल काउंसिल कमेटी (एमसीसी) ने अक्टूबर माह में शेड्यूल जारी कर दिया है. अभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर से mcc.nic.in पर पंजीकरण करने की अनुमति दी गयी. मगर अभी तक काउंसलिंग शुरू नहीं हुई. ऐसे में एमबीबीएस पास छात्रों को एमडी, एमएस व अन्य पीजी डिप्लोमा में दाखिला नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा, शैक्षणिक सत्र में देरी को लेकर देशभर में जूनियर रेजीडेन्ट का विरोध जारी है.
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पिछ्ले दिनों केजीएमयू में भी रेजीडेन्ट ने काम ठप कर रखा है. यहां 250 जेआर हैं. ऐसे में वार्डों से लेकर ओपीडी तक में सेवाएं बेपटरी रहीं. संस्थान प्रशासन ने रेजीडेंट डॉक्टरों को समझाकर हड़ताल समाप्त कराई. वहीं, दिल्ली में रेजीडेंट व पुलिस से हुआ विवाद तूल पकड़ गया है. ऐसे में आईएमए के अध्यक्ष मनीष टंडन ने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही तत्काल काउंसलिंग करवाकर रेजीडेंट को रिलीव करने की मांग की.
यूपी में अभी 30 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई
यूपी में नेशनल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एनएमसी) द्वारा 30 मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्यता दी गयी है. इसमें 11 सरकारी, एक ट्रस्ट का मेडिकल कॉलेज है. वहीं 19 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एमडी-एमएस की पढ़ाई होती है. इन कॉलेजों में कुल 2091 पीजी सीट हैं.
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