लखनऊ : आज महाकवि गोपाल दास नीरज की याद में राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में विपुल खंड-3 के एक चौराहे का नामकरण किया गया. आज उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने नगर विकास मंत्री गोपाल जी टंडन के साथ इस चौराहे का उद्घाटन किया. पद्म भूषण गोपालदास नीरज के ऊपर चौराहे के नामकरण से साहित्यकार काफी खुश हुए हैं. वहीं नगर निगम के इस फैसले की लोगों ने खूब सराहना की.
महाकवि गोपालदास नीरज का जन्म 4 जनवरी 1925 को हुआ था. वह गीतों के राजकुमार कहे जाते थे. कुछ साहित्यकार तो उन्हें चलता फिरता महाकाव्य भी कहते थे. उन्होंने भारतीय साहित्य जगत की 93 वर्षों तक सेवा की है. वहीं आज उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने गोपालदास नीरज के नाम पर राजधानी लखनऊ में गोमती नगर के विपुल खंड-3 के एक चौराहे का लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गोपालदास नीरज एक ऐसे कवि, गीतकार और साहित्यकार थे, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है. आज खुशी मिल रही है कि उनके नाम से राजधानी में एक चौराहे का नामकरण हुआ है. राजधानी लखनऊ में इसके पहले महाकवि निराला के नाम पर एक चौराहे का लोकार्पण किया गया था. यह राजधानी का दूसरा चौराहा है जो किसी कवि के नाम पर जाना जाएगा.
नीरज चौक बनने से साहित्यकार खुश
गोपाल दास नीरज के नाम से चौराहे का लोकार्पण होने से साहित्य जगत के लोग काफी खुश है. लोकार्पण के मौके पर साहित्य जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियां भी मौजूद थीं. मशहूर गीतकार विष्णु सक्सेना, सर्वेश अस्थाना समेत तमाम हस्तियां मौजूद रहीं. वहीं हास्य कवि सर्वेश अस्थाना ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि राजधानी में यह दूसरा चौराहा होगा जो किसी कवि के नाम से जाना जाएगा.