लखनऊ: कोरोना संकट के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बरकरार है. इस लॉकडाउन को करीब 20 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सभी अनावश्यक वस्तुओं की दुकानों को पूर्णतया बंद रखने का आदेश है. ऐसे में पूरे देश की अंग्रेजी शराब, देशी शराब, बीयर सहित तमाम मादक पदार्थों की दुकानों को पूर्णतया बंद कर दिया गया, जिसका असर आबकारी विभाग की तरफ से सरकार को मिलने वाले राजस्व पर पड़ा है.
20 दिन में आबकारी विभाग को 45 करोड़ का घाटा
मादक पदार्थों के अलावा कई संबंधित कई विभागों का कामकाज बिल्कुल ठप है. लॉकडाउन में चौपट हुए मादक पदार्थ के बाजार से करीब अब तक सिर्फ लखनऊ में 45 करोड़ का घाटा आबकारी विभाग को उठाना पड़ा है. इन 20 दिनों में आबकारी विभाग से सरकार को करीब 45 करोड़ का राजस्व प्राप्त होता, लेकिन लॉकडाउन की स्थिति के चलते राजस्व में यह बड़ा घाटा हुआ है.
लॉकडाउन बढ़ने पर होगा लंबा नुकसान-जिला आबकारी अधिकारी
जिला आबकारी अधिकारी सुदर्शन सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग को लखनऊ जनपद से एक दिन में करीब दो से ढाई करोड़ के राजस्व की प्राप्ति होती थी. लॉकडाउन के 20 दिन बीत चुके हैं. इस दौरान करीब 45 करोड़ का राजस्व घाटा हुआ है. अगर यह लॉकडाउन यथास्थिति लंबे समय तक बना रहा तो यह घाटा और भी आगे बढ़ता रहेगा. उन्होंने बताया की जिले में करीब 90 दुकानें अभी अव्यवस्थित पड़ी हैं, जिनके नए टेंडर होने थे.