लखनऊ : विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी (vice president dr indramani tripathi) ने लालबाग स्थित कार्यालय का औचक निरीक्षण (dr indramani tripathi inspected office) किया. इस दौरान कुछ कमरों में ताले लगे देख उपाध्यक्ष ने पूछताछ की तो पता चला कि कुछ रिटायर्ड व निलम्बित कर्मियों ने कमरों पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है. इस पर उपाध्यक्ष ने अवर अभियंता-अनुरक्षण को फटकार लगाते हुए तालों को खुलवाया. उन्होंने निर्देशित किया कि इन कमरों को प्रवर्तन एवं रिकाॅर्ड अनुभाग के कार्यों के लिए प्रयोग में लाया जाए.
लालबाग दफ्तर पहुंचे उपाध्यक्ष ने सर्वप्रथम रिकाॅर्ड रूम का निरीक्षण किया. यहां फाइलों का रख-रखाव व सफाई व्यवस्था सही न मिलने पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि रिकाॅर्ड रूम में पर्याप्त स्टाफ की तैनाती की जाए तथा फाइलों को नम्बरिंग करके सही से रखा जाए. इसके बाद उपाध्यक्ष ने जोन-4 एवं 5 के विहित प्राधिकारी कोर्ट तथा पेशकार कार्यालय का निरीक्षण किया, जिसमें उनके द्वारा पेशकारों से फाइलों के सम्बंध में जवाब तलब किया गया. उपाध्यक्ष ने हिदायत दी कि सभी कार्यालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए, इसके लिए उन्होंने अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए उन्हें एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है.
इसके बाद ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक कंपनी के कार्यालय पहुंचे उपाध्यक्ष ने वहां के स्टाफ से फाइलों के बारे में जानकारी प्राप्त की. जिसमें कर्मचारियों ने बताया कि अब तक उनके द्वारा एक लाख 22 हजार फाइलों को स्कैन करके रिकाॅर्ड तैयार किया गया है. इस पर उपाध्यक्ष ने उनसे सम्पूर्ण रिकाॅर्ड तलब करते हुए बुधवार को उनके समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. इस मौके पर नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी व तहसीलदार विवेक शुक्ला समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी (vice president dr indramani tripathi) ने गोमती रिवर फ्रंट के कायाकल्प के सम्बंध में मंगलवार को सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया सिंचाई विभाग के अधिकारी इसी सप्ताह प्राधिकरण की टीम के साथ रिवर फ्रंट का ज्वाइंट सर्वे करके एनओसी जारी करने की कार्यवाही पूर्ण कर लें, जिससे कि नदी किनारे विकास व सौंदर्यीकरण के कार्य शुरू कराए जा सकें.
उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि सिंचाई एवं जल संस्थान अनुभाग द्वारा गोमती रिवर फ्रंट चैनलाइजेशन परियोजना के औद्यानिक विकास एवं अनुरक्षण कार्य के लिए उपलब्ध कराई गई धनराशि के व्यय होने के उपरान्त औद्यानिक विकास व अनुरक्षण, विद्युत आपूर्ति, प्रकाश एवं सुरक्षा व्यवस्था संचालन के लिए पीपीपी मोड पर किए जाने का प्रस्ताव बोर्ड द्वारा पास किया गया है. इससे सम्बंधित कार्यों के लिए प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में अधिकारियों की कमेटी गठित की गई है. बैठक के दौरान सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह इसी सप्ताह प्राधिकरण की टीम के साथ रिवर फ्रंट का ज्वाइंट सर्वे कर लें, इसमें सम्बंधित स्थलों की वीडियोग्राफी तथा फोटोग्राफी कराते हुए रिकाॅर्ड तैयार कर लिया जाए, जिसके बाद एनओसी देने की कार्यवाही अविलम्ब पूरी की जाए.
उपाध्यक्ष ने बताया कि गोमती रिवर फ्रंट के लिए बैंक में अलग खाता खोला जाएगा. भविष्य में यहां पीपीपी मोड पर संचालित होने वाली गतिविधियों से होने वाली आय तथा अनुरक्षण में होने वाले व्यय का हिसाब इसी खाते से किया जाएगा. बैठक में सचिव पवन कुमार गंगवार, अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा व अधिशासी अभियंता मनोज सागर समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे.