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लखनऊ पुलिस ने आत्मदाह का प्रयास करने वाले चौकीदार को भेजा जेल, यह था मामला

आत्मदाह का प्रयास करने वाले चौकीदार को लखनऊ कमिश्नरेट की निगोहां पुलिस ने जेल दिया है. हालांकि आत्महत्या का प्रयास करने के पीछे आरोपों पर पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया है.

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Published : May 20, 2023, 3:55 PM IST

लखनऊ : निगोहां के भगवानपुर गांव की प्रधान और उनके परिजनों समेत दारोगा की प्रताड़ना से आजिज होकर लखनऊ में लोकभवन के बाहर आत्मदाह का प्रयास करने वाले चौकीदार मनोहरलाल को शुक्रवार को निगोहां पुलिस ने शांतिभंग की आंशका में चालान कर जेल भेज दिया.

जेल भेजे गए चौकीदार की पत्नी उर्मिला ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधान और उनके देवर की शह पर पुलिस उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. जबकि उनके द्वारा लिखाए गए मुकदमे में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. वहीं तीन दिन पहले भी प्रधान और उनके परिजनों ने घर आकर पति मनोहरलाल को धमकाया था. पुलिस से शिकायत की तो उल्टा डपटकर भगा दिया था. प्रताड़ना से आहत होकर पति और उसने आत्मदाह का फैसला लिया था, लेकिन पुलिस ने बचा लिया था. इसके बाद अफसरो ने आरोपियों पर कार्रवाई की बजाय उनके पति मनोहरलाल को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

24 घंटे बाद भी ई रिक्शा से सड़क पर फेंकने वालों को नहीं ढूंढ पाई पुलिस

ठाकुरगंज इलाके में ई-रिक्शा में बैठे दो लोगों ने एक युवक को चालक की सीट से उठाकर सड़क किनारे फेंक दिया था. इसके बाद ई रिक्शा चालक भाग निकला. करीब सात घंटे तक युवक सड़क किनारे तड़पता रहा. जिसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई. युवक के पास मिले मोबाइल के आधार पर युवक की शिनाख़्त सहारनपुर निवासी सूरज कश्यम के रूप में हुई. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी. घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है. इसी आधार पर पुलिस ई-रिक्शा चालक को ढूंढ रही है.


डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि सूरज के पिता को मोबाइल में मिले नम्बर से जानकारी दी गई थी. मौके पर पहुंचे पिता राम सुंदर व भाई रवि ने बताया कि वह मूलरूप से गोंडा नवाबगंज के रहने वाले हैं. अभी सहारनपुर में रहते हैं. सूरज की पत्नी काफी दिनों से गोंडा में है, उसे लेने के लिए सूरज गुरुवार दोपहर सहारनपुर से निकला था. रात में एक बार फोन पर उनसे बात भी हुई थी. लखनऊ के ऐशबाग में सूरज के बुआ औऱ फूफा रहते हैं. सूरज के बहनोई संजय गौड़ भी लखनऊ में रहते हैं. सूरज अचानक लखनऊ में क्यों उतरा यह बात सूरज ने फोन पर नहीं बताई थी. शव का पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी. परिजनों की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है.


डीसीपी पश्चिम राहुल राज के अनुसार सूरज के भाई रवि ने बताया कि 12 साल पहले सूरज को मिर्गी का दौरा पड़ा था. इसके बाद से उसको कभी दौरे नहीं पड़े. हो सकता है सूरज ई रिक्शा में बैठा हो और उसको दौरे पड़ गए हों. जिससे परेशान होकर ई रिक्शा चालक ने उसको सड़क पर उतार दिया. फिलहाल पुलिस ई रिक्शा चालक की तलाश में जुटी है. डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें कैम्पबेल रोड पर ई रिक्शा से उतार कर युवक को जमीन पर नीचे लिटा दिया गया है. सूचना मिलने पर ठाकुरगंज इंस्पेक्टर व बालागंज चौकी इंचार्ज ने मौके पर पहुंचकर एम्बुलेंस बुलाई और ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया.

यह भी पढ़ें : उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में हीटवेव चलने की चेतावनी, येलो अलर्ट जारी

लखनऊ : निगोहां के भगवानपुर गांव की प्रधान और उनके परिजनों समेत दारोगा की प्रताड़ना से आजिज होकर लखनऊ में लोकभवन के बाहर आत्मदाह का प्रयास करने वाले चौकीदार मनोहरलाल को शुक्रवार को निगोहां पुलिस ने शांतिभंग की आंशका में चालान कर जेल भेज दिया.

जेल भेजे गए चौकीदार की पत्नी उर्मिला ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधान और उनके देवर की शह पर पुलिस उनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है. जबकि उनके द्वारा लिखाए गए मुकदमे में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. वहीं तीन दिन पहले भी प्रधान और उनके परिजनों ने घर आकर पति मनोहरलाल को धमकाया था. पुलिस से शिकायत की तो उल्टा डपटकर भगा दिया था. प्रताड़ना से आहत होकर पति और उसने आत्मदाह का फैसला लिया था, लेकिन पुलिस ने बचा लिया था. इसके बाद अफसरो ने आरोपियों पर कार्रवाई की बजाय उनके पति मनोहरलाल को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

24 घंटे बाद भी ई रिक्शा से सड़क पर फेंकने वालों को नहीं ढूंढ पाई पुलिस

ठाकुरगंज इलाके में ई-रिक्शा में बैठे दो लोगों ने एक युवक को चालक की सीट से उठाकर सड़क किनारे फेंक दिया था. इसके बाद ई रिक्शा चालक भाग निकला. करीब सात घंटे तक युवक सड़क किनारे तड़पता रहा. जिसका सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई. युवक के पास मिले मोबाइल के आधार पर युवक की शिनाख़्त सहारनपुर निवासी सूरज कश्यम के रूप में हुई. पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का बाद मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी. घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है. इसी आधार पर पुलिस ई-रिक्शा चालक को ढूंढ रही है.


डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि सूरज के पिता को मोबाइल में मिले नम्बर से जानकारी दी गई थी. मौके पर पहुंचे पिता राम सुंदर व भाई रवि ने बताया कि वह मूलरूप से गोंडा नवाबगंज के रहने वाले हैं. अभी सहारनपुर में रहते हैं. सूरज की पत्नी काफी दिनों से गोंडा में है, उसे लेने के लिए सूरज गुरुवार दोपहर सहारनपुर से निकला था. रात में एक बार फोन पर उनसे बात भी हुई थी. लखनऊ के ऐशबाग में सूरज के बुआ औऱ फूफा रहते हैं. सूरज के बहनोई संजय गौड़ भी लखनऊ में रहते हैं. सूरज अचानक लखनऊ में क्यों उतरा यह बात सूरज ने फोन पर नहीं बताई थी. शव का पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी. परिजनों की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है.


डीसीपी पश्चिम राहुल राज के अनुसार सूरज के भाई रवि ने बताया कि 12 साल पहले सूरज को मिर्गी का दौरा पड़ा था. इसके बाद से उसको कभी दौरे नहीं पड़े. हो सकता है सूरज ई रिक्शा में बैठा हो और उसको दौरे पड़ गए हों. जिससे परेशान होकर ई रिक्शा चालक ने उसको सड़क पर उतार दिया. फिलहाल पुलिस ई रिक्शा चालक की तलाश में जुटी है. डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें कैम्पबेल रोड पर ई रिक्शा से उतार कर युवक को जमीन पर नीचे लिटा दिया गया है. सूचना मिलने पर ठाकुरगंज इंस्पेक्टर व बालागंज चौकी इंचार्ज ने मौके पर पहुंचकर एम्बुलेंस बुलाई और ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया. जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया.

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