लखनऊ : UP Assembly Election 2022 : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि गरीबों, किसानों की जमीनें कब्जा करने वाले सपाई आज किसान हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं. खेती से जीवन यापन करने वाले किसानों का कैराना से पलायन कराने वाले दंगाइयों को सपा प्रमुख टिकट देकर सम्मानित कर रहे हैं. जिनके राज में कर्ज के बोझ के तले किसान आत्महत्या कर रहे थे, वो किसानों के भले की बात का स्वांग रच रहे हैं. जबकि भाजपा सरकार इकलौती ऐसी सरकार है, जिसकी 2017 में सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में ही 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ के ऋण माफ किये गए.
उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार ने हर स्तर पर प्रयास किया है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 2 करोड़ 53 लाख 98 हजार किसानों के खाते में 37,388 करोड़ हस्तांतरित किये गए हैं. बताया कि पिछले साढ़े चार सालों में किसानों से 435 लाख मीट्रिक टन खद्यान खरीदकर 79 हजार करोड़ का भुगतान किया. 2007 से 2017 के बीच केवल 221.07 लाख मीट्रिक टन खद्यान खरीदा गया था.
'आंकड़े बताते हैं कि किसान हितैषी कौन है'
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता समीर सिंह ने कहा- तिलहन, दलहन, गेहूं, धान और अन्य दूसरी फसलों के एमएसपी में डेढ़ से दो गुना तक की बढ़ोतरी की गई है. हमने जहां गन्ना किसानों को पुराने बकाए के साथ ही डेढ़ लाख करोड़ का भुगतान किया, वहीं गन्ने के समर्थन मूल्य में भी इजाफा किया. जबकि सपा, बसपा सरकार मिलकर भी 95 हजार करोड़ से ज्यादा का भुगतान नहीं कर पाई थी. कहा कि जिन्होंने चीनी मिलों को बंद कर कौड़ियों के भाव बेच दिया, आज वे किसान हितैषी होने की बात कहते हैं तो मन में पहला भाव संदेह का ही उत्पन्न होता है.
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समीर सिंह ने कहा- सरकार ने किसानों के बिजली बिल भी हॉफ किये हैं, यह बहुत ही दूरगामी निर्णय है. किसानों को निर्बाध बिजली के लिए अलग से कृषि फीडरों का निर्माण किया गया है. जिसपर 10 घंटे की निर्बाध सप्लाई दिन में दी जा रही है, जिससे किसानों को रात में जगकर सिंचाई नहीं करनी पड़ती. पहले तो किसानों को बिजली मिलती ही नहीं थी. किसानों के ट्यूबवेल के बिल आधे किये गए, 1.5 लाख किसानों को ट्यूबवेल के कनेक्शन दिए गए. जबकि सपा सरकार में डार्क जोन के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया गया और कनेक्शन रोके गए.
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