लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में 25 जनवरी को अलाया अपार्टमेंट जोरदार आवाज के साथ ढह गया था, जिसमें 14 लोगो को बाहर निकाला गया था. 3 लोगों की मौत हो गई थी. आरोप था कि अपार्टमेंट का निर्माण बिना नक्शा पास कराए और घटिया सामग्री का प्रयोग करके बनाया गया था. इसके बाद फहद यजदानी समेत तीन लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया था. हादसे के बाद से फहद यजदानी की तलाश पुलिस कर रही थी.
चर्चित अलाया अपार्टमेंट मामले में फरार चल रहे बिल्डर फहद यजदानी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नैनीताल से गिरफ्तार किया है, जिसको लखनऊ लाया जा रहा है. घटना की एफआईआर 25 जनवरी को हजरतगंज कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक दयाशंकर द्विवेदी ने विधायक शाहिद मंजूर के पुत्र नवाजिश, भतीजे मोहम्मद तारिक व फाहद याजदानी के खिलाफ दर्ज कराई थी.
एफआईआर में आरोप है कि अपार्टमेंट जोरदार आवाज के साथ अचानक पूरी तरह से ढह गया. जिससे चारों तरफ चीख-पुकार मच गई. अपार्टमेंट के मलबे से बचाव दल ने गंभीर रूप से चोटिल 14 लोगों को बाहर निकाला, बाद में इलाज के दौरान तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी. आरोप है कि अपार्टमेंट का निर्माण मोहम्मद तारिक, नवाजिश और फहद यजदानी ने बिना नक्सा पास कराए और घटिया सामग्री का प्रयोग करके कराया था.
आरोप है कि बाद में इन लोगों ने 13 फ्लैट धोखाधड़ी करके लोगों को बेच दिए. विवेचना के दौरान शाहिद मंजूर का नाम भी सामने आया व पुलिस ने उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया. इस मामले में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश व भतीजे मोहम्मद तारिक को जमानत मिल चुकी है.
पूरे मामले पर पुलिस ने चुप्पी साध रखी है. याजदान बिल्डर की गिरफ्तारी के बारे पुलिस कुछ भी बोलने से इनकार कर रही है. सूत्रों के मुताबिक फहद याजदान को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नैनीताल से गिरफ्तार किया है जिसको पुलिस किसी भी समय लखनऊ ला सकती है.
डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि 'डीसीपी सेंट्रल की सर्विलांस टीम व हजरतगंज पुलिस टीम ने लखनऊ के चर्चित प्रकरण हजरतगंज के प्राग नारायण रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट के गिरने व मलबे से दबकर तीन की मौत के मामले में पुलिस ने फ़रार चल रहे बिल्डर फहद याजदान को गिरफ़्तार किया है. बिल्डर के ऊपर हजरतगंज व महानगर थाने में कई धाराओं में मुकदमे दर्ज थे, जिसको गिरफ्तार कर न्यायायिक अभिरक्षा में पेश किया गया.'