लखनऊ : आने वाले दिनों में लखनऊ के आलमनगर स्टेशन का नाम बाबा बुद्धेश्वर धाम (Alamnagar Station Name Baba Budheshwar Dham) के नाम पर हो सकता है. उत्तर रेलवे को नाम बदलने के लिए गृह मंत्रालय के ग्रीन सिग्नल का इंतजार है. बाबा बुद्धेश्वर धाम समिति ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर आलम नगर स्टेशन का नाम बदलने का अनुरोध किया है. केंद्रीय राज्य मंत्री व मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर भी नाम बदलने के लिए सरकार को पत्र लिख चुके हैं. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा का कहना है कि गृह मंत्रालय से अनुमति मिलते ही आलमनगर स्टेशन का नाम बदल दिया जाएगा.
आलमनगर स्टेशन पर इन दिनों तेजी से कार्य चल रहा है. दो माह के अंदर स्टेशन का काम पूरा हो जाएगा और पहले की तुलना में स्टेशन पूरी तरह से बदला हुआ नजर आएगा. यात्रियों को अब इस स्टेशन पर तमाम सुविधाएं मिलेंगी. जहां एक ओर स्टेशन का स्वरूप बदल रहा है, वहीं दूसरी तरफ इस स्टेशन के पुराने नाम को भी नए नाम में बदलने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है. क्षेत्र की जनता की तरफ से आलमनगर स्टेशन का नाम बाबा बुद्धेश्वर धाम स्टेशन किए जाने का अनुरोध राज्य सरकार के साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी किया गया है. रक्षा मंत्री ने भरोसा भी दिया है कि स्टेशन का काम पूरा होने पर स्टेशन का नाम भी बदलने पर विचार जरूर किया जाएगा.
नाम बदलने के लिए हुए हजारों हस्ताक्षर : बाबा बुद्धेश्वर धाम समिति के अध्यक्ष अनूप शुक्ला बताते हैं कि आलमनगर स्टेशन का नाम बदलने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेंटकर पत्र दिया था. उन्होंने कहा है कि स्टेशन बन रहा है जल्द ही नाम बदलने की भी मांग पूरी होगी. सेंट्रल गवर्नमेंट ने लगभग सब कुछ कर दिया है. स्टेट गवर्नमेंट के पास अभी रुका हुआ है. स्टेट गवर्नमेंट की तरफ से गृह मंत्रालय को जैसे ही प्रस्ताव भेजा जाएगा, उसके बाद नाम परिवर्तन हो सकता है. हम लोगों ने 28000 से अधिक हस्ताक्षर कराकर उन्हें ज्ञापन सौंपा था. क्षेत्र के सभी लोगों को बहुत उम्मीद है कि जल्द से जल्द स्टेशन का नाम बदलेगा जैसे स्टेशन का स्वरूप बदल रहा है. बाबा बुद्धेश्वर धाम स्टेशन की मांग लगातार हम 2019 से कर रहे हैं. 2019 में कार्य प्रारंभ किया था. तब 28000 हस्ताक्षर कराए थे. उसके बाद स्व. विधायक सुरेश श्रीवास्तव की तरफ से रक्षामंत्री को ज्ञापन दिया गया था. मेरी तरफ से भी रक्षामंत्री को ज्ञापन दिया गया. हमें और क्षेत्र की जनता को विश्वास है कि जल्द ही आलमनगर स्टेशन का नाम जरूर बदलेगा.
क्या कहते हैं डीआरएम : डीआरएम सुरेश कुमार सपरा बताते हैं कि स्टेशन का नाम बदलने की जो पावर है वह गृह मंत्रालय के पास है. राज्य सरकार की सहमति से यह प्रस्ताव गृह मंत्रालय को जाता है. गृह मंत्रालय से जब इसकी स्वीकृति हो जाती है तब रेल मंत्रालय की तरफ से इसका नोटिफिकेशन निकलता है. अभी सांसदों के साथ रेलवे के महाप्रबंधक की बैठक हुई थी, उसमें मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर ने यह बताया था कि इसका प्रस्ताव राज्य सरकार को उन्होंने दिया है अब जैसा भी निर्णय होगा उस पर कार्य किया जाएगा.
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