लखनऊ: मलिहाबाद कस्बे के मोहल्ला बशारत से सोमवार को एसडीएम और ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा की गई संयुक्त छापेमारी में भारी मात्रा में अवैध अंग्रेजी दवाएं पाई गईं. इनमें से बहुत सी दवाओं पर नॉट फॉर सेल लिखा हुआ था. इन दवाओं की कीमत करीब बाजारों में तीन लाख रुपये तक की है. दवाओं को परीक्षण के लिए लखनऊ भेजा गया है.
एसडीएम मलिहाबाद विकास कुमार सिंह ने बताया कि बशारत तरफदार मोहल्ला निवासी हासिम के घर दवाओं का जखीरा मौजूद होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर मेरे और औषधि निरीक्षक बृजेश कुमार, माधुरी सिंह और कस्बा इन्चार्ज गोपाल शर्मा द्वारा सोमवार दोपहर को छापेमारी की गई. हासिम के घर भारी मात्रा मे एलोपैथ की दवाएं देख घर में मौजूद गुड्डू से पूछताछ की गई.
गुड्डू ने बताया कि यह दवाएं उसके छोटे भाई इमरान की हैं, जो दवाओं की सप्लाई मेडिकल स्टोर पर करता है. टीम ने दवाओं की बिक्री के लाइसेंस की मांग की, जिस पर गुड्डू ने कोई कागजात नहीं दिखाए. टीम ने इमरान के बारे में जानकारी की मगर वह भी मौके से नदारत मिला. टीम ने सारी दवाएं जब्त कर ली हैं. एसडीएम ने बताया कि इन दवाओं को परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है. परीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
तीन लाख की अवैध औषधियां बरामद हुई हैं, जिसमें अधिकतर सैंपल बरामद हुए हैं. साथ ही औषधि विक्रय लाइसेंस भी नहीं था. यह फिजीशियन सैंपल बेच रहा था. दवाओं का भंडारण पाया गया और विवेचना के उपरांत इमरान के भाई और परिवार के लोग मौके पर मौजूद रहे. विवेचना के बाद न्यायालय से परमिशन लेकर इमरान पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
- बृजेश कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर