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महाशिवरात्रि 2020: मनकामेश्वर मंदिर में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर प्रदेश के सभी जिलों में कोने-कोने से भक्त शिवालयों पर पहुंच रहे हैं. राजधानी लखनऊ के सबसे पुराने मंदिर मनकामेश्वर मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग चुकी है.

मनकामेश्नर महादेव
मनकामेश्नर महादेव
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Published : Feb 21, 2020, 11:09 AM IST

लखनऊः गोमती नदी के तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर हजारों साल पुराना है. मान्यता है कि जो भी भक्त मन से प्रार्थना करता है, भोलेनाथ उसकी मनोकामना हर हाल में पूरी करते हैं. इस बार महाशिवरात्रि पर कई तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं. मंदिर की महंत देव्या गिरी ने बताया कि मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.

मनकामेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की लगी लंबी कतार.

बता दें कि मनकामेश्वर मंदिर में सबसे पहले भस्म आरती के साथ पूजा-अर्चना होती है. उसके बाद भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाते हैं. महंत देव्या गिरी ने बताया कि आज के दिन पांच लाख से ज्यादा भक्त मनकामेश्नर महादेव के दर्शन करेंगे. भक्तों के लिए मंदिर के पट भोर तीन बजे से ही खोल दिया गया था. रात 12 बजे तक भक्तों के दर्शन के लिए मंदिर खुला रहेगा.

पूर्ण होती है मनोकामना
शाम की आरती आठ बजे होगी. इसका भी विशेष महत्व है. आरती के समय भक्तों की भारी भीड़ होगी. इसको देखते हुए मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन को भी मुस्तैद किया गया है. ऐसी मान्यता है कि भक्तों की मनोकामना भगवान हर हाल में पूरी करते हैं. इस वजह से इस मंदिर का नाम मनकामेश्वर पड़ा.

मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन मुस्तैद
भक्तों की सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन दोनों को मुस्तैद किया गया है. इस बार ड्रोन का भी प्रयोग किया गया है. ताकि कोई भी अनहोनी न हो सके.

फूलों से बनाई जाती है खाद
महंत दिव्या गिरी ने कहा कि जो भी फूल शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं, उनको सहेज कर रखा जाता है. फिर उसको खाद के लिए प्रयोग किया जाता है. वहीं धूपबत्ती और अगरबत्ती बनाने के काम में भी इन फूलों का प्रयोग किया जाता है.

लखनऊः गोमती नदी के तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर हजारों साल पुराना है. मान्यता है कि जो भी भक्त मन से प्रार्थना करता है, भोलेनाथ उसकी मनोकामना हर हाल में पूरी करते हैं. इस बार महाशिवरात्रि पर कई तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं. मंदिर की महंत देव्या गिरी ने बताया कि मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है.

मनकामेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की लगी लंबी कतार.

बता दें कि मनकामेश्वर मंदिर में सबसे पहले भस्म आरती के साथ पूजा-अर्चना होती है. उसके बाद भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोले जाते हैं. महंत देव्या गिरी ने बताया कि आज के दिन पांच लाख से ज्यादा भक्त मनकामेश्नर महादेव के दर्शन करेंगे. भक्तों के लिए मंदिर के पट भोर तीन बजे से ही खोल दिया गया था. रात 12 बजे तक भक्तों के दर्शन के लिए मंदिर खुला रहेगा.

पूर्ण होती है मनोकामना
शाम की आरती आठ बजे होगी. इसका भी विशेष महत्व है. आरती के समय भक्तों की भारी भीड़ होगी. इसको देखते हुए मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन को भी मुस्तैद किया गया है. ऐसी मान्यता है कि भक्तों की मनोकामना भगवान हर हाल में पूरी करते हैं. इस वजह से इस मंदिर का नाम मनकामेश्वर पड़ा.

मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन मुस्तैद
भक्तों की सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन और पुलिस-प्रशासन दोनों को मुस्तैद किया गया है. इस बार ड्रोन का भी प्रयोग किया गया है. ताकि कोई भी अनहोनी न हो सके.

फूलों से बनाई जाती है खाद
महंत दिव्या गिरी ने कहा कि जो भी फूल शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं, उनको सहेज कर रखा जाता है. फिर उसको खाद के लिए प्रयोग किया जाता है. वहीं धूपबत्ती और अगरबत्ती बनाने के काम में भी इन फूलों का प्रयोग किया जाता है.

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