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लखनऊ में लोकबंधु अस्पताल का हो रहा नवीनीकरण, मरीजों ने सुविधाओं को लेकर कही ये बात - लोकबंधु अस्पताल का हो रहा नवीनीकरण

कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल पुराना होने के चलते कई परेशानियां आ रही थीं, जिसके बाद इसका नवीनीकरण कराया जा रहा है. मरीजों को आने वाले समय में पार्किंग की समस्या से निजात मिल सकेगी.

लोकबंधु अस्पताल
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Published : Apr 5, 2023, 5:49 PM IST

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लखनऊ : कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल एक ऐसा अस्पताल है जहां पर आलमबाग, आशियाना, सरोजनीनगर, बंथरा, हरौनी, बंगलाबाजार, कृष्णानगर और अमौसी इत्यादि क्षेत्र के लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल में हाल ही में सिटी स्कैन की मशीन लगी है. इन क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन के लिए अब अन्य अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ता है. अस्पताल काफी पुराना है, वहीं जमीन कहीं टूटी हुई थी तो कहीं नाली जाम थी. इन्हीं सब दिक्कतों के कारण काफी परेशानी हो रही थी, इसलिए अस्पताल परिसर का नवीनीकरण हो रहा है. अस्पताल की जरूरत के सभी समान में लाए गए हैं.

लोकबंधु अस्पताल
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लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'यह अस्पताल काफी ज्यादा पुराना हो चुका है, इसलिए अस्पताल का नवीनीकरण किया जा रहा है. अस्पताल की जमीनें पहले सीमेंटेड थीं, लेकिन अब इसे मॉडिफाई किया जा रहा है. अस्पताल में सभी विभाग की ओपीडी का भी नवीनीकरण हो रहा है. अस्पताल परिसर में टाइल्स लग रहा है. समय के साथ नवीनीकरण होना बेहद जरूरी है. इसके अलावा अस्पताल में व्हीलचेयर, स्ट्रेक्चर, बेड, बेडशीट और अस्पताल की जरूरत के अन्य सामान भी मंगाए गए हैं. अस्पताल में इसकी आवश्यकता थी यह सामान पुराने हो चुके थे, नवीनीकरण के साथ-साथ इसका भी एक अहम रोल है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अस्पताल के बाहर अभी काम चल रहा है, जिसके चलते अस्पताल परिसर के भीतर वाहन इत्यादि खड़ा करना मना किया गया है. सड़क के बाहर ही पार्किंग होने के कारण जाम लग रहा है. इससे भी जल्दी निजात मिलेगी. दो-चार दिन में यह काम पूरा हो जाएगा तो सड़क जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी.'

लोकबंधु अस्पताल
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कृष्णानगर निवासी दीपिका मिश्रा ने बताया कि 'वह अपनी भाभी को दिखाने के लिए अस्पताल में आए हुए हैं. इन दिनों अस्पताल में काफी ज्यादा भीड़ हो रही है, क्योंकि सरोजिनी नगर क्षेत्र का यह मात्र एक बड़ा अस्पताल है. इसके अलावा बाकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर निजी अस्पताल हैं. ऐसे में यह एक ऐसा अस्पताल है, जहां पर सारी सुविधाएं व जांच मुफ्त में मुहैया हो जाती हैं. इस वजह से यहां पर भीड़ भी काफी ज्यादा होती है. उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग आरोप लगाते हैं कि डॉक्टर देख नहीं रहे हैं, घंटों से लाइन में लगे हुए हैं, उन्हें यह समझना होगा कि यहां पर मरीज की संख्या अधिक है. अगर कोई मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए यहां से वापस जाए तब यह आरोप लगा सकता है. अच्छे से इलाज यहां पर हो जाता है बस अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.'

लोकबंधु अस्पताल
लोकबंधु अस्पताल

आशियाना सेक्टर-जी निवासी रोली ने बताया कि 'बीते कुछ दिनों से वायरल बुखार के कारण तबीयत खराब थी. इसलिए बुधवार को दिखाकर दवाई ली है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में भीड़ तो होती है, लेकिन यहां पर इलाज अच्छे से हो जाता है. बातचीत के दौरान रोली ने कहा कि अस्पताल में ज्यादातर दवाएं उपलब्ध हो जाती हैं. कभी-कभी ऐसा होता है कि अंदर दवा नहीं मिल पाती है, लेकिन ज्यादातर समय दवाएं उपलब्ध हो जाती हैं. व्यवस्था यहां पर अच्छी है.

लोकबंधु अस्पताल
लोकबंधु अस्पताल

एलडीए पावरहाउस निवासी सनी कुमार ने कहा कि 'अस्पताल में इन दिनों मरीज की संख्या बढ़ी है. इस अस्पताल को मैंने बहुत करीब से देखा है. यही का निवासी हूं तो शुरुआत से ही देखता रहा हूं. पहले में और अब में बहुत कुछ बदलाव हो गया है और अभी भी निरंतर बदलाव हो रहा है. नवीनीकरण चल रहा है, यहां पर इलाज अच्छा मिलता है. सारी जांच यहां पर हो जाती है. यही कारण है कि यहां पर मरीजों की संख्या भी अधिक रहती है. सरोजनीनगर और आलमबाग क्षेत्र के रहने वाले लोग बाकी अस्पताल में न जाकर यहीं पर इलाज कराते हैं.'

एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'लोकबंधु 318 बेड का अस्पताल है, जबकि इमरजेंसी 25 बेड की है. अस्पताल में परमानेंट और संविदा करीब 215 स्टाफ व कर्मचारी हैं, जबकि कई डॉक्टर अस्पताल में नियुक्त हैं. अस्पताल में हाल ही में सिटी स्कैन की व्यवस्था भी शुरू हुई है. मशीन का उद्घाटन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया था. मौजूदा समय में रोज यहां पर 15 से 20 मरीज का सिटी स्कैन होता है. इसके अलावा एक महीना पहले लेजर विधि द्वारा गॉलब्लेडर स्टोन का ऑपरेशन भी शुरू हुआ है. भारी संख्या में यहां पर मरीज ऑपरेशन कराने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा जल्दी अस्पताल में ब्लड बैंक का भी काम पूरा हो जाएगा. आने वाले महीने में अस्पताल में ब्लड बैंक शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अस्पताल में रोजाना तीन हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं.'



उन्होंने कहा कि 'अब हमें यह मान लेना चाहिए कि कोरोना हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है. जब-जब हम खुद का ख्याल नहीं रखेंगे, तब यह वायरस एक्टिव हो जाएगा. इसके लिए जरूरी है कि सावधानी का विशेष ख्याल रखा जाए. मास्क का इस्तेमाल सभी लोग करें. इसके अलावा अस्पताल में कोविड और वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए 25 बेड आरक्षित किए गए हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देशानुसार अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं हैं. इन 25 बेड में वेंटिलेटर उपलब्ध है. हमारे पास स्टाफ है. जिन्हें वेंटिलेटर संचालन के लिए प्रशिक्षित किया गया है. अस्पताल में जो मरीज आ रहे हैं, उन्हें एतिहात बरतने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही अस्पताल में बिना मास्क के आने वाले मरीजों को मास्क भी बांटा जा रहा है.'

यह भी पढ़ें : Lok Sabha Election 2024 : सपा का पूरा फोकस दलित, पिछड़े व मुस्लिमों पर, सवर्णों को कर रहे नजरअंदाज!

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लखनऊ : कानपुर रोड स्थित लोकबंधु अस्पताल एक ऐसा अस्पताल है जहां पर आलमबाग, आशियाना, सरोजनीनगर, बंथरा, हरौनी, बंगलाबाजार, कृष्णानगर और अमौसी इत्यादि क्षेत्र के लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल में हाल ही में सिटी स्कैन की मशीन लगी है. इन क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन के लिए अब अन्य अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ता है. अस्पताल काफी पुराना है, वहीं जमीन कहीं टूटी हुई थी तो कहीं नाली जाम थी. इन्हीं सब दिक्कतों के कारण काफी परेशानी हो रही थी, इसलिए अस्पताल परिसर का नवीनीकरण हो रहा है. अस्पताल की जरूरत के सभी समान में लाए गए हैं.

लोकबंधु अस्पताल
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लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'यह अस्पताल काफी ज्यादा पुराना हो चुका है, इसलिए अस्पताल का नवीनीकरण किया जा रहा है. अस्पताल की जमीनें पहले सीमेंटेड थीं, लेकिन अब इसे मॉडिफाई किया जा रहा है. अस्पताल में सभी विभाग की ओपीडी का भी नवीनीकरण हो रहा है. अस्पताल परिसर में टाइल्स लग रहा है. समय के साथ नवीनीकरण होना बेहद जरूरी है. इसके अलावा अस्पताल में व्हीलचेयर, स्ट्रेक्चर, बेड, बेडशीट और अस्पताल की जरूरत के अन्य सामान भी मंगाए गए हैं. अस्पताल में इसकी आवश्यकता थी यह सामान पुराने हो चुके थे, नवीनीकरण के साथ-साथ इसका भी एक अहम रोल है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अस्पताल के बाहर अभी काम चल रहा है, जिसके चलते अस्पताल परिसर के भीतर वाहन इत्यादि खड़ा करना मना किया गया है. सड़क के बाहर ही पार्किंग होने के कारण जाम लग रहा है. इससे भी जल्दी निजात मिलेगी. दो-चार दिन में यह काम पूरा हो जाएगा तो सड़क जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी.'

लोकबंधु अस्पताल
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कृष्णानगर निवासी दीपिका मिश्रा ने बताया कि 'वह अपनी भाभी को दिखाने के लिए अस्पताल में आए हुए हैं. इन दिनों अस्पताल में काफी ज्यादा भीड़ हो रही है, क्योंकि सरोजिनी नगर क्षेत्र का यह मात्र एक बड़ा अस्पताल है. इसके अलावा बाकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर निजी अस्पताल हैं. ऐसे में यह एक ऐसा अस्पताल है, जहां पर सारी सुविधाएं व जांच मुफ्त में मुहैया हो जाती हैं. इस वजह से यहां पर भीड़ भी काफी ज्यादा होती है. उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग आरोप लगाते हैं कि डॉक्टर देख नहीं रहे हैं, घंटों से लाइन में लगे हुए हैं, उन्हें यह समझना होगा कि यहां पर मरीज की संख्या अधिक है. अगर कोई मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए यहां से वापस जाए तब यह आरोप लगा सकता है. अच्छे से इलाज यहां पर हो जाता है बस अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है.'

लोकबंधु अस्पताल
लोकबंधु अस्पताल

आशियाना सेक्टर-जी निवासी रोली ने बताया कि 'बीते कुछ दिनों से वायरल बुखार के कारण तबीयत खराब थी. इसलिए बुधवार को दिखाकर दवाई ली है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में भीड़ तो होती है, लेकिन यहां पर इलाज अच्छे से हो जाता है. बातचीत के दौरान रोली ने कहा कि अस्पताल में ज्यादातर दवाएं उपलब्ध हो जाती हैं. कभी-कभी ऐसा होता है कि अंदर दवा नहीं मिल पाती है, लेकिन ज्यादातर समय दवाएं उपलब्ध हो जाती हैं. व्यवस्था यहां पर अच्छी है.

लोकबंधु अस्पताल
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एलडीए पावरहाउस निवासी सनी कुमार ने कहा कि 'अस्पताल में इन दिनों मरीज की संख्या बढ़ी है. इस अस्पताल को मैंने बहुत करीब से देखा है. यही का निवासी हूं तो शुरुआत से ही देखता रहा हूं. पहले में और अब में बहुत कुछ बदलाव हो गया है और अभी भी निरंतर बदलाव हो रहा है. नवीनीकरण चल रहा है, यहां पर इलाज अच्छा मिलता है. सारी जांच यहां पर हो जाती है. यही कारण है कि यहां पर मरीजों की संख्या भी अधिक रहती है. सरोजनीनगर और आलमबाग क्षेत्र के रहने वाले लोग बाकी अस्पताल में न जाकर यहीं पर इलाज कराते हैं.'

एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 'लोकबंधु 318 बेड का अस्पताल है, जबकि इमरजेंसी 25 बेड की है. अस्पताल में परमानेंट और संविदा करीब 215 स्टाफ व कर्मचारी हैं, जबकि कई डॉक्टर अस्पताल में नियुक्त हैं. अस्पताल में हाल ही में सिटी स्कैन की व्यवस्था भी शुरू हुई है. मशीन का उद्घाटन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया था. मौजूदा समय में रोज यहां पर 15 से 20 मरीज का सिटी स्कैन होता है. इसके अलावा एक महीना पहले लेजर विधि द्वारा गॉलब्लेडर स्टोन का ऑपरेशन भी शुरू हुआ है. भारी संख्या में यहां पर मरीज ऑपरेशन कराने के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा जल्दी अस्पताल में ब्लड बैंक का भी काम पूरा हो जाएगा. आने वाले महीने में अस्पताल में ब्लड बैंक शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अस्पताल में रोजाना तीन हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं.'



उन्होंने कहा कि 'अब हमें यह मान लेना चाहिए कि कोरोना हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है. जब-जब हम खुद का ख्याल नहीं रखेंगे, तब यह वायरस एक्टिव हो जाएगा. इसके लिए जरूरी है कि सावधानी का विशेष ख्याल रखा जाए. मास्क का इस्तेमाल सभी लोग करें. इसके अलावा अस्पताल में कोविड और वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए 25 बेड आरक्षित किए गए हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देशानुसार अस्पताल में तमाम व्यवस्थाएं हैं. इन 25 बेड में वेंटिलेटर उपलब्ध है. हमारे पास स्टाफ है. जिन्हें वेंटिलेटर संचालन के लिए प्रशिक्षित किया गया है. अस्पताल में जो मरीज आ रहे हैं, उन्हें एतिहात बरतने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही अस्पताल में बिना मास्क के आने वाले मरीजों को मास्क भी बांटा जा रहा है.'

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