लखनऊ: भारत की संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी हुए तमाम ऐसी विधाएं हैं, जिन्हें लोग भूलते जा रहे हैं. ऐसी विधाओं को जीवित रखने और उस विधा से जुड़े हुए लोगों को सम्मानित करने के लिए राजधानी में 'लोक निर्मला सम्मान' का आगाज किया गया है. यह सम्मान देशभर की प्रसिद्ध लोक कलाकारों और हस्तियों को दिया जाएगा.
'सोन चिरैया संस्था' ने किया सम्मानित
सोन चिरैया संस्था की संस्थापक पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने 'लोक निर्मला सम्मान-2020' की शुरुआत की. इस आयोजन के बारे में उन्होंने बताया कि भारत में लोक विधाओं की बहुत सारी ऐसी बातें हमें देखने और सुनने को मिलती हैं, जिससे हम खुद को जमीन से जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं, लेकिन यह विधाएं अब धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही हैं. उनका कहना है कि ऐसे में उन्हें लगा कि ऐसा कुछ शुरू करना चाहिए जो इन लोक कलाकारों को बढ़ावा दे.
तीजन बाई को मिला पहला 'लोक निर्मला सम्मान'
मालिनी अवस्थी ने बाताया कि उनकी मां का नाम निर्मला था. इसलिए उनकी स्मृति शेष में 'लोक निर्मला सम्मान' की शुरुआत कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है. 'लोक निर्मला सम्मान' का पहला सम्मान कार्यक्रम की अतिथि पद्म विभूषण तीजन बाई जी को दिया गया. पंडवानी गायिका तीजन बाई ने अपनी एक अलग पहचान विश्वभर में स्थापित की है.
इस आयोजन में संस्कृति एवं पर्यटन विकास मंत्री नीलकंठ तिवारी, गृह विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी आदि मौजूद रहे. यहां पर कालबेलिया नृत्य के मशहूर कलाकार गौतम परमार, आल्हा गायिका शीलू सिंह राजपूत और कई अन्य लोक कलाकार भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपनी प्रस्तुतियां दी.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के विषय को उठाने का कदम बेहद सराहनीय है. मैं मालिनी अवस्थी जी को बधाई देती हूं कि उन्होंने भारत में पहली बार किसी ऐसे सम्मान के बारे में सोचा.
-रीता बहुगुणा जोशी, सांसद