लखनऊ : कानपुर रोड स्थित बंधु अस्पताल एक ऐसा अस्पताल है जहां पर आलमबाग, आशियाना, सरोजनीनगर, बंथरा, कृष्णानगर और अमौसी समेत दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल में अब सिटी स्कैन की सुविधा भी है और जल्द ही आईपीएचएल लैब भी शुरू होगी. अस्पताल के आसपास के क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को सीटी स्कैन के लिए अब अन्य अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ता है. फिलहाल इन दिनों मौसम परिवर्तन होने के कारण मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की काफी भीड़ हो रही है. नेत्र रोग, त्वचा रोग, जनरल फिजिशियन और चेस्ट फिजीशियन की ओपीडी में अधिक भीड़ हो रही है.
मौसमी बीमारियों से परेशानी मरीजों की भीड़ : ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान एक महिला मरीज ने बताया कि आई फ्लू से पीड़ित है. शुरुआत में आंखों में दर्द और चुभन हुआ. बाद में आंखों में सूजन हो गई. आंखों से लगातार पानी आ रहा है. इसके अलावा सोते वक्त आंखें चिपक जाती हैं. एक अन्य महिला मरीज ने बताया कि पिछले 15 दिनों से हाथ पैरों में काफी ज्यादा खुजली हो रही थी. पहले नजरअंदाज किया, लेकिन छोटे-छोटे दाने होने लगे हैं और खुजली बढ़ गई है. इसलिए त्वचा रोग विभाग में विभाग में दिखाने के लिए आए हैं.
आईपीएचएस लैब में होंगी 150 से अधिक जांचें : डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी के अनुसार प्रदेश का पहला जिला अस्पताल लोकबंधु अस्पताल होगा, जहां पर आईपीएचएल लैब स्थापित होगी. आईपीएचएल लैब में करीब 150 से अधिक प्रकार की जांचें की जा सकेंगीं. इसके लिए लैब टेक्नीशियन, एक माइक्रोबाइलॉजिस्ट, एक बायोकेमिस्ट के साथ में पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर होंगे. फिलहाल किसी भी जिला अस्पताल में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैबोरेट्री लैब स्थापित नहीं है जिसके कारण माइक्रोबायोलॉजी से संबंधित कोई भी जांचे यहां पर नहीं हो पाती है न सिर्फ लोकबंधु अस्पताल में बल्कि राजधानी लखनऊ के तमाम जिला अस्पतालों में यही हाल है. बहरहाल जल्द ही लोकबंधु अस्पताल में आईपीएचएल लैब स्थापित होने जा रही है. इससे मरीजों को बड़े अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. माइक्रोबायोलॉजी में बायोलॉजी, बैक्टीरियोलॉजी, प्रोटिस्टोलॉजी, माइकोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और पैरासिटोलॉजी की जांच होती है.
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