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लखनऊ: गामा नाइफ से इलाज देने वाला पहला संस्थान बनेगा लोहिया संस्थान - gamma knife treatment process in lohiya institute

यूपी की राजधानी लखनऊ के लोहिया संस्थान में गामा नाइफ से कैंसर और न्यूरो सर्जरी का इलाज किया जाएगा. इसके साथ ही लोहिया संस्थान गामा नाइफ से इलाज देने वाला प्रदेश का पहला संस्थान बन जाएगा.

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लोहिया संस्थान में गामा नाइफ मशीन के जरिए होगा इलाज.
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Published : Feb 4, 2020, 9:56 PM IST

लखनऊ: लोहिया संस्थान में आने वाले दिनों में न्यूरो और कैंसर की सर्जरी करते समय चिकित्सकों को चीरा लगाने और ब्लड निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सर्जन सीधे-सीधे गामा नाइफ मशीन से रेडिएशन के सहारे बीमारी से प्रभावित शरीर के हिस्से को हटा देंगे. इसके साथ ही लोहिया संस्थान इस प्रयोग से इलाज करने वाला प्रदेश का पहला संस्थान बन जाएगा.

लोहिया संस्थान में गामा नाइफ मशीन के जरिए होगा इलाज.

वित्त विभाग से 40 करोड़ की मांग
गामा नाइफ मशीन प्रदेश में पहली बार लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोसाइंसेज सेंटर में लगने जा रही है. इस प्रणाली से ऑपरेशन में मरीज पर केवल 75 हजार का खर्च आएगा. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीडन की कंपनी से आने वाली इस मशीन के लिए वित्त विभाग से करीब 40 करोड़ की मांग की है.

यह भी पढ़ें: पूरे देश में एनआरसी लागू करने पर अभी कोई फैसला नहीं : गृह मंत्रालय

विशेषज्ञ चिकित्सकों को देंगे प्रशिक्षण
आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी के चिकित्सकों को इस प्रणाली का प्रशिक्षण देने के लिए स्वीडन की एक कंपनी अपने विशेषज्ञों को भी संस्थान में भेजेगी. एक महीने प्रशिक्षण के बाद लोहिया संस्थान के चिकित्सक गामा नाइफ मशीन का प्रयोग कर मरीजों को बेहतर इलाज देंगे.

लखनऊ: लोहिया संस्थान में आने वाले दिनों में न्यूरो और कैंसर की सर्जरी करते समय चिकित्सकों को चीरा लगाने और ब्लड निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सर्जन सीधे-सीधे गामा नाइफ मशीन से रेडिएशन के सहारे बीमारी से प्रभावित शरीर के हिस्से को हटा देंगे. इसके साथ ही लोहिया संस्थान इस प्रयोग से इलाज करने वाला प्रदेश का पहला संस्थान बन जाएगा.

लोहिया संस्थान में गामा नाइफ मशीन के जरिए होगा इलाज.

वित्त विभाग से 40 करोड़ की मांग
गामा नाइफ मशीन प्रदेश में पहली बार लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोसाइंसेज सेंटर में लगने जा रही है. इस प्रणाली से ऑपरेशन में मरीज पर केवल 75 हजार का खर्च आएगा. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीडन की कंपनी से आने वाली इस मशीन के लिए वित्त विभाग से करीब 40 करोड़ की मांग की है.

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विशेषज्ञ चिकित्सकों को देंगे प्रशिक्षण
आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी के चिकित्सकों को इस प्रणाली का प्रशिक्षण देने के लिए स्वीडन की एक कंपनी अपने विशेषज्ञों को भी संस्थान में भेजेगी. एक महीने प्रशिक्षण के बाद लोहिया संस्थान के चिकित्सक गामा नाइफ मशीन का प्रयोग कर मरीजों को बेहतर इलाज देंगे.

Intro:



राजधानी लखनऊ के लोहिया संस्थान गामा नाइफ से कैंसर व न्यूरो सर्जरी दोनों का इलाज देगा। इसके बाद गामा नाइफ से इलाज देने वाले संस्थानों में उत्तर प्रदेश का पहला संस्थान लोहिया संस्थान बन जाएगा। इसके बाद कैंसर के मरीजों का इलाज भी इस माध्यम से हो सकेगा।




Body:लखनऊ के लोहिया संस्थान में आने वाले दिनों में न्यूरो और कैंसर की सर्जरी करते समय चिकित्सकों को चीरा लगाने और ब्लड निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सर्जन सीधे-सीधे गामा नाइफ मशीन से रेडिएशन के सहारे बीमारी से प्रभावित शरीर के हिस्से को हटा देंगे ।इस प्रणाली के चलते प्रभावित बीमारी पूरे शरीर में फैलने की संभावना पूरी तरह से हो जाती है। यूपी का पहला सरकारी क्षेत्र का ऐसा केंद्रों की सुविधा उपलब्ध होगी। गामा नाइफ मशीन प्रदेश में पहली बार लखनऊ के लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोसाइंसेज सेंटर में लगने जा रहा है। इस प्रणाली से ऑपरेशन में मरीज पर केवल ₹75000 खर्च आएगा चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीडन की कंपनी से आने वाली मशीन के लिए वित्त विभाग से करीब 40 करोड़ मांगे है। वहां से धन मिलते ही यह मशीन मंगा ली जाएगी।इसमें साढ़े तीन लाख रुपये बंकर बनाने में ही खर्च होंगे। बंकर बनाने का काम निर्माण भी निगम को दिया गया है। गमन आइस मशीन लग जाने से ऑपरेशन में चीरा लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी तो वही बिना खून निकले ही कैंसर ,ट्यूमर, न्यूरो से संबंधित प्रभावित हिस्से को गामा रेडिएशन के मार्फत चिन्हित कर वहां छेद किया जा सकेगा। ताकि सर्जन वहां ऑपरेशन कर सकें। इस प्रणाली से मानवीय तरीके से किए जा रहे हैं ऑपरेशन में होने वाले साइड इफेक्ट नहीं होंगे।आयुर्विज्ञान संस्थान के न्यूरोलॉजी, ऑन्कोलॉजी के चिकित्सकों को इस प्रणाली का प्रशिक्षण देने के लिए स्वीडन की एक कंपनी अपने विशेषज्ञों को भी संस्थान में भेजेगी। इसके बाद यह प्रशिक्षण महीने भर तक लगभग कराने के बाद लोहिया संस्थान के चिकित्सकों द्वारा गामा नाइफ मशीन का प्रयोग करके मरीजों को बेहतर इलाज दिया जाएगा।


बाइट- डॉ भुवन तिवारी, चिकित्सा अधीक्षक, लोहिया संस्थान




Conclusion:उम्मीद है आने वाले दिनों में गामा मशीन लोहिया संस्थान में लग जाने के बाद यहां आने वाले न्यूरोसाइस व कैंसर के मरीजों को बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लोहिया संस्थान की तरफ से दी जा सकेंगी और मरीजों को बेहतर इलाज संस्थान में मिल पाएगा

एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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