लखनऊः राजधानी लखनऊ में आयोजित 13वां उत्तर प्रदेश महोत्सव का रंग लोगों पर सिर चढ़कर बोल रहा है. महोत्सव में 'लोकल फॉर वोकल' का भी खूब असर दिखाई दे रहा है. स्थानीय उत्पादों से सजे स्टाल पर पहुंच कर खरीदारी कर रहे हैं. इसके साथ ही लोग शाम के समय महोत्सव में रंगारंग कार्यक्रम देखने पहुंच रहे हैं.
बता दें कि महोत्सव में रोज रंगमंच प्रोग्रामों का संचालन किया जाता है. जहां एक तरफ इन रंगमंच प्रोग्रामों से लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है, तो वहीं यूपी महोत्सव में आने वाले लोग भी इन रंगमंच प्रोग्रामों का खूब आनंद उठाते हैं और मनपसंद के सामान खरीदते हैं. लोग अपने बच्चों के साथ आकर मनोरंजन करते हैं. यूपी महोत्सव में ₹20 का एंट्री टिकट लगता है. यूपी महोत्सव प्रांगण में लोकल फॉर वोकल से उत्पादित वस्तुओं को खरीदने का मौका मिलता है. साथ ही इस यूपी महोत्सव में लखनऊ के तमाम लजीज व्यंजनो क स्वाद भी चखने को मिलता है.
कोविड- 19 गाइडलाइन की उड़ रही धज्जियां
कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार एक ही जगह पर अधिक भीड़ इकट्ठी होना कोविड-19 के संक्रमण को दावत देने के बराबर है. संक्रमण से बचाव के लिए जहां एक तरफ 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी. महोत्सव में कोविड के प्रति जागरूकता के लिए तमाम स्लोगन के साथ बचाव के तमाम उपाय किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर यूपी महोत्सव में उमड़ी लोगों की भीड़ से कोविड को दावत देने का काम किया जा रहा है. यूपी महोत्सव में आने वाले लोगों ने भी इस उत्सव की खुशी में कोविड-19 के नियमों को दरकिनार कर दिया है.
महंगे सामानों से लोग परेशान
यूपी महोत्सव में आए लोगों से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि यूपी महोत्सव में सामान बहुत महंगा है. जिसकी वजह से हम लोग ऑफर नहीं कर पा रहे हैं. जहां एक तरफ सामान महंगा है तो वहीं दूसरी ओर बच्चों के मनोरंजन के साधन भी अधिक पैसे ले रहे हैं, फिर चाहे बच्चों के झूला हो या कुछ और. लोगों की इस शिकायत को लेकर ईटीवी भारत ने झूला संचालक से बात की तो उन्होंने कहा कि हमने टिकट महंगा नहीं रखा है. बढ़ती महंगाई की वजह से ₹50 का टिकट रखा गया है.
वहीं दूसरी और कपड़ा विक्रेता से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने कहा ऐसा नहीं है. यूपी महोत्सव में तमाम सामान सस्ते मिलते हैं. यह लोगों का कहना गलत है. यहां पर सामान महंगा नहीं मिलता है. यूपी महोत्सव है. यहां सारा सामान सस्ता मिलता है.
यूपी महोत्सव के संचालक विनोद सिंह का कहना है कि रविवार की वजह से भीड़ ज्यादा उमड़ी है, लेकिन कोविड से बचाव के लिए यहां सारे उपाय किए गए हैं. कुछ लोग ऐसे हैं जो अंदर आकर प्रांगण में इकट्ठे हो जाते हैं, जिससे भीड़ दिखने लगती है. महोत्सव में कोविड- 19 गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.