लखनऊः कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. ऐसी स्थिति में पुलिस प्रशासन लोगों को बिना किसी आवश्यक कार्य के घरों से बाहर निकलने से मना कर रहा है. वहीं जो लोग गरीब तबके के हैं और आर्थिक रूप से कमजोर है या कहीं फंसे हुए हैं. उन्हें लखनऊ जिला प्रशासन व नगर निगम खाना उपलब्ध करा रहा है.
लॉकडाउन के दौरान सबसे बड़ी चिंता का विषय यही था, कि जो लोग रोज कमाते-खाते हैं उनको खाना कैसे उपलब्ध हो सकेगा. ऐसे में राजधानी लखनऊ में 10 कम्युनिटी किचन में 50 हजार लोगों के लिए खाना बनाया जा रहा है.
नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि राजधानी लखनऊ में वर्तमान स्थिति में 10 कम्युनिटी किचन सक्रिय है, जिससे लगभग 50,000 लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. इसी के साथ ही अक्षय पात्र के तहत 15,000 लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही तमाम समाजसेवी संस्थाएं भी आगे आकर हमारी मदद कर रही हैं. खाने का पैकेट लेकर हम गरीबों में बांट रहे हैं. ऐसे में लगभग 75 हजार लोगों को प्रतिदिन खाना उपलब्ध कराया जा रहा हैं.
पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने
जहां एक ओर गरीब व प्रतिदिन कमाने वाले व्यक्तियों के लिए जिला प्रशासन व नगर निगम ने व्यवस्था कर रखी है, तो वहीं लखनऊ पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है. बड़ी संख्या में पुलिस विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को खाना उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी उठाई है. सड़कों और उसके आसपास की गलियों में ऐसे गरीबों को चिन्हित कर पुलिस विभाग खाने का प्रबंध कर रहा है.