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पशु आश्रय केन्द्र की अव्यवस्था देख भड़के मंत्री धर्मपाल सिंह, 13 गौवंशों की अचानक हुई थी मौत - कमालपुर बिचलिका पशु आश्रय केन्द्र का निरीक्षण

पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कमालपुर बिचलिका पशु आश्रय केन्द्र के औचक निरीक्षण पर पहुंचे. निरीक्षण के दौरान खामियां मिलने पर मंत्री काफी नाराज दिखे. इस दौरान उन्होंने प्रधान सचिव को कड़ी फटकार भी लगाई.

Livestock Minister Dharampal Singh
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Published : Aug 19, 2023, 7:06 AM IST

पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने पशु आश्रय केन्द्र के किया निरीक्षण.

लखनऊः प्रदेश सरकार के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को कमालपुर बिचलिका पशु आश्रय केन्द्र का निरीक्षण किया. पशु आश्रय केन्द्र में कुछ दिनों पहले जहरीला चारा खाने से 13 गौवंशों की मौत हो गई थी. इसके बाद पशुधन मंत्री विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र पांडे के साथ पशु आश्रय केन्द्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिम्मेदारों को कड़ी फटकार भी लगाई.

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, मृत गौवंशों के पोस्टमार्टम के बाद जांच के लिए उनका विसरा सुरक्षित कर लिया गया था. इसे पशु चिकित्सा अधिकारी नगर के संरक्षण में आईवीआरआई, बरेली और फारेंसिक लैब में जांच के लिये भेजा गया था. आईवीआरआई की जांच रिपोर्ट में नाइट्रेट और नाइट्राइट विष से गौवंशों की मौत होने की पुष्टि हुई है. ये जहरिला पदार्थ सामान्य तौर पर खेत में यूरिया के अधिक प्रयोग से उगाए गये हरे चारे में होता है. इसे खाने से पशुओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और उनकी अचानक मौत हो जाती है.

गौरतलब है कि निरीक्षण के दौरान मंत्री ने गौवंशों को खिलाए जा रहे भूसे की गुणवत्ता भी देखी. उन्होंने गौवंशों को केला और गुड भी खिलाया. मंत्री ने पशुधन हनुमान प्रसाद मौर्य, बीडीओ पूजा और सचिव से भी जवाब तलब किया. जवाब में दौरान सचिव ने घटना वाले दिन गौवंशों को हरा चारा न मिलने की बात कही. इस पर मंत्री ने सच्चाई छिपाने की बात कह कर उन्हें कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने डीएम को जांच कर लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

बता दें कि पशु आश्रय केन्द्र की अव्यवस्था को देखकर पशुधन मंत्री का पारा चढ़ गया. उन्होंने आनन-फानन डीएम, सीडीओ समेत पुलिस और विभागीय अफसरों को बैठक के लिए मोहनलालगंज तहसील पहुंचने के निर्देश दिया. मंत्री ने सभी जिम्मेदारों को गौ आश्रय स्थलो पर संयुक्त टीम बनाकर चारे की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए निर्देश दिये. इसके साथ ही उन्होंने गौवंशों के स्वास्थ की जांच भी नियमित रुप से करने को कहा. मंत्री ने एसडीएम को गौशालाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया. दूध निकालकर गौवंश को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के भी आदेश दिए गए.

ये भी पढ़ेंः तलाक के लिए SDM ज्योति मौर्या और आलोक नहीं पहुंचे कोर्ट, अब इस दिन होगी सुनवाई

पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने पशु आश्रय केन्द्र के किया निरीक्षण.

लखनऊः प्रदेश सरकार के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार को कमालपुर बिचलिका पशु आश्रय केन्द्र का निरीक्षण किया. पशु आश्रय केन्द्र में कुछ दिनों पहले जहरीला चारा खाने से 13 गौवंशों की मौत हो गई थी. इसके बाद पशुधन मंत्री विशेष सचिव पशुधन देवेन्द्र पांडे के साथ पशु आश्रय केन्द्र पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिम्मेदारों को कड़ी फटकार भी लगाई.

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के अनुसार, मृत गौवंशों के पोस्टमार्टम के बाद जांच के लिए उनका विसरा सुरक्षित कर लिया गया था. इसे पशु चिकित्सा अधिकारी नगर के संरक्षण में आईवीआरआई, बरेली और फारेंसिक लैब में जांच के लिये भेजा गया था. आईवीआरआई की जांच रिपोर्ट में नाइट्रेट और नाइट्राइट विष से गौवंशों की मौत होने की पुष्टि हुई है. ये जहरिला पदार्थ सामान्य तौर पर खेत में यूरिया के अधिक प्रयोग से उगाए गये हरे चारे में होता है. इसे खाने से पशुओं को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और उनकी अचानक मौत हो जाती है.

गौरतलब है कि निरीक्षण के दौरान मंत्री ने गौवंशों को खिलाए जा रहे भूसे की गुणवत्ता भी देखी. उन्होंने गौवंशों को केला और गुड भी खिलाया. मंत्री ने पशुधन हनुमान प्रसाद मौर्य, बीडीओ पूजा और सचिव से भी जवाब तलब किया. जवाब में दौरान सचिव ने घटना वाले दिन गौवंशों को हरा चारा न मिलने की बात कही. इस पर मंत्री ने सच्चाई छिपाने की बात कह कर उन्हें कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने डीएम को जांच कर लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

बता दें कि पशु आश्रय केन्द्र की अव्यवस्था को देखकर पशुधन मंत्री का पारा चढ़ गया. उन्होंने आनन-फानन डीएम, सीडीओ समेत पुलिस और विभागीय अफसरों को बैठक के लिए मोहनलालगंज तहसील पहुंचने के निर्देश दिया. मंत्री ने सभी जिम्मेदारों को गौ आश्रय स्थलो पर संयुक्त टीम बनाकर चारे की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए निर्देश दिये. इसके साथ ही उन्होंने गौवंशों के स्वास्थ की जांच भी नियमित रुप से करने को कहा. मंत्री ने एसडीएम को गौशालाओं का समय-समय पर निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया. दूध निकालकर गौवंश को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के भी आदेश दिए गए.

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