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लीवर कैंसर होने के कारण, लक्षण और उपचार

अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है, तो आप एक नहीं, कई गंभीर बीमारियों के जोखिम में हैं. डॉक्टरों के मुताबिक वजन बढ़ने से पाचन तंत्र की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. वहीं अगर आपको लीवर कैंसर से बचने के लिए अपना वजन काबू में रखें.

लीवर कैंसर होने के कारण
लीवर कैंसर होने के कारण
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Published : Aug 3, 2021, 7:58 AM IST

लखनऊ: अगर आपका वजन आपकी लंबाई के हिसाब से बहुत ज्यादा है तो आप एक नहीं, कई गंभीर बीमारियों के जोखिम में हैं. डॉक्टरों के मुताबिक वजन बढ़ने से पाचन तंत्र की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मध्यम आयु वर्ग में लीवर कैंसर हो सकता है. बॉडी मास इंडेक्स (Body mass index, BMS) की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई के लिए पेट या यकृत में ट्यूमर के विकास का खतरा 13 प्रतिशत बढ़ जाता है. वहीं भोजन नली का कैंसर और अग्नाशय के कैंसर की संभावना भी 10 और 6 प्रतिशत बढ़ जाती है. लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष बतातें है कि ऑनलाइन मोटापा कम करने की बहुत सारी कैप्सूल के विज्ञापन आते हैं. जिसकी तरफ लोग आकर्षित होकर मोटापा कम करने की कैप्सूल खा लेते हैं. महीने में 10 से अधिक केस ऐसे आ ही जाते हैं. जिसकी वजह से लीवर पर इंफेक्शन होता है. कभी कभी मरीज आखिरी पड़ाव पर आते है.

लीवर खराब करने में मोटापा भी एक वजह
लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष सिंघल बताते हैं कि शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है, यह तो आप जानते ही होंगे. यह पेट के दाहिने तरफ के रिब्स के पीछे होता है. लीवर के दो भाग होते हैं. लिवर कई ऐसे कार्य करता है, जिससे आप हेल्दी रहते हैं. खून में से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है. यह एंजाइम और पित्त का निर्माण भी करता है जो भोजन को पचाने में मदद करता है. लीवर के खराब होने के कई कारण होते हैं, जिसमें धूम्रपान, शराब की लत, मोटापा, बेतरतीब जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी आदि जिम्मेदार होते हैं. कई रोगों से आपका लिवर ग्रस्त हो जाता है.

कार्बोहाइड्रेट से रहें दूर
इसमें कोई शक नहीं कि मोटापा लाइफस्टाइल से जुड़ी एक तरह की बीमारी है. जिसकी वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां और हो जाती हैं. जिसमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी शामिल है. डॉक्टर बताते हैं कि एक अध्ययन के मुताबिक करीब दो तिहाई आबादी मोटापे की समस्या से जूझ रही है. जिसमें वयस्कों के साथ-साथ बच्चों में भी मोटापे का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसके पीछे की वजह फास्ट फूड और बगैर टाइम के खानपान है. स्वस्थ रहने के लिए प्रोटीन और विटामिन युक्त डाइट लेना बहुत आवश्यक है. कार्बोहाइड्रेट के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ता है. जिसकी वजह से लीवर पर दबाव बनता है.

क्या है लीवर कैंसर
कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष सिंघल ने बताया कि किसी भी अन्य तरह के कैंसर से होने वाली मौतों में लीवर कैंसर (Liver Cancer in Hindi) तीसरा सबसे बड़ा कारण है. अगर आप लिवर कैंसर से बचना चाहते हैं, तो अपने आहार विटामिन-ई की मात्रा अधिक रूप से शामिल करें. विटामिन-ई के अधिक सेवन से काफी हद तक लीवर कैंसर से बचा जा सकता है. इसके लिए विटामिन ई सप्लीमेंट के साथ-साथ आप विटामिन-ई युक्त आहार का सेवन करें. योगा और एक्सरसाइज करें ताकि वजन सीमित रहें.

इसे भी पढ़ें-चालक को पीटने का मामला: दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन ने कहा- ये बेहद शर्मनाक, UP POLICE जांच करें

मोटापा कम करने की न लें दवा
डॉ. आशीष बताते हैं कि बहुत सारे हमारे पास केस आते हैं. जिसमें मरीज मोटापा कम करने की दवा का सेवन किए होते हैं. स्लिम दिखना है या मोटा, यह व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है. अगर आप योगा, एक्सरसाइज और आपका दिनचर्या अच्छा है तो आपको किसी कैप्सूल की जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन वर्तमान में ऑनलाइन मार्केटिंग काफी चलन में है. हर जगह मोटापा कम करने वाली कैप्सूल का एडवर्टाइजमेंट दिखाया जाता है. जिसकी वजह से लोग कैप्सूल की तरफ आकर्षित हो जाते हैं. हर महीने तकरीबन 10 से 15 केस ऐसे आ जाते हैं. इन कैप्सूल का असर लीवर पर पड़ता है, कभी-कभी लीवर फेल हो जाता है या फिर तुरंत तो नहीं समझ में आता, लेकिन बाद में लीवर कैंसर बंद कर उभरता है.

लीवर कैंसर के लक्षण

  • उल्टी
  • पेट फूलना
  • पेट में तरल या मतली
  • थकान
  • भूख न लगना
  • खुजली
  • पीली त्वचा
  • आंखें
  • वज़न बढ़ना (मोटापा) या घट जाना

लखनऊ: अगर आपका वजन आपकी लंबाई के हिसाब से बहुत ज्यादा है तो आप एक नहीं, कई गंभीर बीमारियों के जोखिम में हैं. डॉक्टरों के मुताबिक वजन बढ़ने से पाचन तंत्र की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मध्यम आयु वर्ग में लीवर कैंसर हो सकता है. बॉडी मास इंडेक्स (Body mass index, BMS) की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई के लिए पेट या यकृत में ट्यूमर के विकास का खतरा 13 प्रतिशत बढ़ जाता है. वहीं भोजन नली का कैंसर और अग्नाशय के कैंसर की संभावना भी 10 और 6 प्रतिशत बढ़ जाती है. लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष बतातें है कि ऑनलाइन मोटापा कम करने की बहुत सारी कैप्सूल के विज्ञापन आते हैं. जिसकी तरफ लोग आकर्षित होकर मोटापा कम करने की कैप्सूल खा लेते हैं. महीने में 10 से अधिक केस ऐसे आ ही जाते हैं. जिसकी वजह से लीवर पर इंफेक्शन होता है. कभी कभी मरीज आखिरी पड़ाव पर आते है.

लीवर खराब करने में मोटापा भी एक वजह
लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष सिंघल बताते हैं कि शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है, यह तो आप जानते ही होंगे. यह पेट के दाहिने तरफ के रिब्स के पीछे होता है. लीवर के दो भाग होते हैं. लिवर कई ऐसे कार्य करता है, जिससे आप हेल्दी रहते हैं. खून में से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है. यह एंजाइम और पित्त का निर्माण भी करता है जो भोजन को पचाने में मदद करता है. लीवर के खराब होने के कई कारण होते हैं, जिसमें धूम्रपान, शराब की लत, मोटापा, बेतरतीब जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी आदि जिम्मेदार होते हैं. कई रोगों से आपका लिवर ग्रस्त हो जाता है.

कार्बोहाइड्रेट से रहें दूर
इसमें कोई शक नहीं कि मोटापा लाइफस्टाइल से जुड़ी एक तरह की बीमारी है. जिसकी वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां और हो जाती हैं. जिसमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी शामिल है. डॉक्टर बताते हैं कि एक अध्ययन के मुताबिक करीब दो तिहाई आबादी मोटापे की समस्या से जूझ रही है. जिसमें वयस्कों के साथ-साथ बच्चों में भी मोटापे का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसके पीछे की वजह फास्ट फूड और बगैर टाइम के खानपान है. स्वस्थ रहने के लिए प्रोटीन और विटामिन युक्त डाइट लेना बहुत आवश्यक है. कार्बोहाइड्रेट के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ता है. जिसकी वजह से लीवर पर दबाव बनता है.

क्या है लीवर कैंसर
कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष सिंघल ने बताया कि किसी भी अन्य तरह के कैंसर से होने वाली मौतों में लीवर कैंसर (Liver Cancer in Hindi) तीसरा सबसे बड़ा कारण है. अगर आप लिवर कैंसर से बचना चाहते हैं, तो अपने आहार विटामिन-ई की मात्रा अधिक रूप से शामिल करें. विटामिन-ई के अधिक सेवन से काफी हद तक लीवर कैंसर से बचा जा सकता है. इसके लिए विटामिन ई सप्लीमेंट के साथ-साथ आप विटामिन-ई युक्त आहार का सेवन करें. योगा और एक्सरसाइज करें ताकि वजन सीमित रहें.

इसे भी पढ़ें-चालक को पीटने का मामला: दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन ने कहा- ये बेहद शर्मनाक, UP POLICE जांच करें

मोटापा कम करने की न लें दवा
डॉ. आशीष बताते हैं कि बहुत सारे हमारे पास केस आते हैं. जिसमें मरीज मोटापा कम करने की दवा का सेवन किए होते हैं. स्लिम दिखना है या मोटा, यह व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है. अगर आप योगा, एक्सरसाइज और आपका दिनचर्या अच्छा है तो आपको किसी कैप्सूल की जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन वर्तमान में ऑनलाइन मार्केटिंग काफी चलन में है. हर जगह मोटापा कम करने वाली कैप्सूल का एडवर्टाइजमेंट दिखाया जाता है. जिसकी वजह से लोग कैप्सूल की तरफ आकर्षित हो जाते हैं. हर महीने तकरीबन 10 से 15 केस ऐसे आ जाते हैं. इन कैप्सूल का असर लीवर पर पड़ता है, कभी-कभी लीवर फेल हो जाता है या फिर तुरंत तो नहीं समझ में आता, लेकिन बाद में लीवर कैंसर बंद कर उभरता है.

लीवर कैंसर के लक्षण

  • उल्टी
  • पेट फूलना
  • पेट में तरल या मतली
  • थकान
  • भूख न लगना
  • खुजली
  • पीली त्वचा
  • आंखें
  • वज़न बढ़ना (मोटापा) या घट जाना
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