लखनऊ: राजधानी के नाका चारबाग इलाके में अवैध होटल विराट और एसएसजे इंटरनेशनल को संरक्षण देने वाले जिम्मेदार अधिकारियों व अभियंताओं के नाम की लिस्ट शासन को भेज दी गई है. जोन 6 के अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह के निर्देश पर उन अभियंताओं की सूची भेजी गई है, जो वर्ष 2010 से 2017 तक नाका थाना अंतर्गत चारबाग क्षेत्र में तैनात थे. अब शासन इन्हीं अभियंताओं पर कार्रवाई करने की तैयारी में. शासन ने फिलहाल चारबाग स्थित होटल एसएसजे इंटरनेशनल और होटल विराट में हुए अग्निकांड को लेकर इन्हीं अभियंताओं को दोषी मान रहा है.
होटल अग्निकांड में सात लोगों की हुई थी मौत
शासन ने 19 जून 2018 को होटल अग्निकांड में सात लोगों की हुई मौत के मामले में सिर्फ अभियंताओं पर कार्रवाई करने के लिए एलडीए से लिस्ट तलब की है. अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह के नेतृत्व में तैनात रहे अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अवर अभियंता पद के 25 लोगों के नाम वाली लिस्ट तैयार कर शासन को भेज दी गई है. संभवत: अब इन अभियंताओं की तैनाती स्थल के आधार पर जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने जताई नाराजगी
डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के अध्यक्ष रवि राय ने कहा कि दोष सिर्फ अभियंताओं पर लगाना ठीक नहीं है. इससे सही मैसेज नहीं जाएगा. चूंकि एलडीए के प्रशासनिक अधिकारी अभियंताओं के साथ-साथ काम करते हैं और सभी आदेश प्रशासनिक अधिकारी ही देते हैं. ऐसी स्थिति में सिर्फ अभियंताओं को जांच के दायरे मे लाना और अफसरों को छोड़ देना गलत बात है.
लिस्ट में इन अभियंताओं के नाम शामिल
मोहन चंद्र सती, अजीत कुमार, प्रदीप कुमार, धन्नी राम, लालजी शुक्ला, जनार्दन सिंह, आरके शुक्ल, गजराज सिंह, प्रमोद कुमार वर्मा, राजेंद्र कुमार, डीसी यादव, अनिल कुमार सिंह, वसंत कुमार, अजय कुमार सिंह, दुर्गेश श्रीवास्तव, सतीश चंद्र, अरविंद उपाध्याय, पीएन पांडेय, राकेश मोहन, अरुण कुमार सिंह, वीके गुप्ता, रविंद्र सिंह, आलोक रंजन, अनिल मिश्रा और ओपी गुप्ता के नाम शामिल हैं.
अवैध होटल को खुद तोड़ना किया गया शुरू
एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने पिछले दिनों नाका चारबाग के अवैध रूप से बने होटल विराट इंटरनेशनल को ध्वस्त करने का आदेश दिया था. 12 जनवरी को इस होटल के ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया गया था, लेकिन इससे पहले ही होटल प्रबंधन की तरफ से खुद से इस अवैध होटल को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है.