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यूपी में शराब के दाम हो रहे कम, जानें नई आबकारी नीति से कितनी घटेगी कीमत

आबकारी नीति 2024-25 को मंजूरी मिलने के बाद यूपी में शराब के दाम कम हो रहे हैं (Liquor prices decreasing in UP). नई नीति लागू होने के बाद न सिर्फ कंट्री मेड शराब की कीमतों में कमी आयेगी, बल्कि सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.

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Etv Bharat uttar pradesh liquor excise आबकारी नीति 2024 25 Liquor prices decreasing in UP New excise policy in UP यूपी में शराब के दाम कम आबकारी कमिश्नर सेंथिल पांडियन
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 21, 2023, 6:47 AM IST

लखनऊ: मंगलवार को नई यूपी में आबकारी नीति 2024-25 पर योगी कैबिनेट बैठक में मुहर लग गई. नीति में फुटकर देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानों की लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी की गई है. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य में अप्रैल से शराब महंगी हो सकती है. हालांकि बुधवार को आबकारी विभाग ने साफ किया है कि नई नीति लागू होने के बाद न सिर्फ कंट्री मेड शराब की कीमतों में कमी (Liquor prices decreasing in UP) आयेगी, बल्कि सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.

आबकारी कमिश्नर सेंथिल पांडियन ने शराब की कीमतों के बढ़ने के कयासों पर विराम लगाते हुए बुधवार को बताया कि, नई आबकारी नीति से प्रदेश में कंट्री मेड शराब की अलग अलग श्रेणी को संक्षिप्त करते हुए नौ श्रेणियों से इन्हें अब सिर्फ चार हिस्सों में बांट दिया गया है. शराब की कीमतों में कमी लाने का सबसे बड़ा कारण यूपी में ग्रेन (अनाज) अल्कोहल को बढ़ावा देने की नीति है. इससे राज्य की दूसरे प्रदेशों पर निर्भरता खत्म हुई है और राजस्व भी बढ़ रहा है.

यूपी में हो रहा ग्रेन अल्कोहल का प्रोडक्शन: आबकारी कमिश्नर के मुताबिक, यूपी सरकार शीरे वाली शराब की जगह अनाज वाली शराब को बढ़ावा दे रही है. ग्रेन अल्कोहल को दुनिया में सबसे अच्छी क्वालिटी वाला माना जाता है. इसके लिए यूपी में इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले ग्रेन अल्कोहल को हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से मंगवाना पड़ता था. योगी सरकार की पहल से यह अब उत्तर प्रदेश में ही बन रहा है. इससे इम्पोर्ट ड्यूटी बचने के साथ ही जीएसटी में भी कमी आई है.

शराब के दाम बढ़ेंगे नहीं पांच रुपये घटेंगे: आबकारी कमिश्नर सेंथिल पांडियन न कहा कि सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए मिनिमम गारंटी कोटा और मिनिमम गारंटी रेवेन्यू में 10 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. बिना शराब के दामों में बढ़ोतरी किए ही वर्ष 2024-25 में 50 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य है. कमिश्नर के अनुसार, ग्रेन अल्कोहल और यूपीएमल की 42.8 डिग्री वाली शराब पहले 90 रुपए की मिलती थी. उसके दाम घटकर 85 रुपये हो जाएंगे.

वहीं यूपीएमएल की शराब में 36 डिग्री वाली मदिरा नई श्रेणी के रूप में जोड़ी गई है, जिसकी कीमत को 75 रुपये रखी गई है. इसके अलावा शीरे वाली शराब को भी केवल दो कैटेगरी में रखा गया है. इसमें 25 डिग्री की कीमत 50 रुपये और 36 डिग्री की कीमत 70 रुपये रखी गयी है. इनकी दरों में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. इसके साथ ही पहली बार यूपीएमएल की शराबों को ग्लास के साथ साथ टेट्रा पैक में भी उपलब्ध कराया जाएगा.

ये भी पढ़ें- अनी बुलियन स्कैम: IFS निहारिका सिंह की 2 करोड़ से अधिक संपत्ति को ED ने किया जब्त

लखनऊ: मंगलवार को नई यूपी में आबकारी नीति 2024-25 पर योगी कैबिनेट बैठक में मुहर लग गई. नीति में फुटकर देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानों की लाइसेंस फीस में बढ़ोतरी की गई है. इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य में अप्रैल से शराब महंगी हो सकती है. हालांकि बुधवार को आबकारी विभाग ने साफ किया है कि नई नीति लागू होने के बाद न सिर्फ कंट्री मेड शराब की कीमतों में कमी (Liquor prices decreasing in UP) आयेगी, बल्कि सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा.

आबकारी कमिश्नर सेंथिल पांडियन ने शराब की कीमतों के बढ़ने के कयासों पर विराम लगाते हुए बुधवार को बताया कि, नई आबकारी नीति से प्रदेश में कंट्री मेड शराब की अलग अलग श्रेणी को संक्षिप्त करते हुए नौ श्रेणियों से इन्हें अब सिर्फ चार हिस्सों में बांट दिया गया है. शराब की कीमतों में कमी लाने का सबसे बड़ा कारण यूपी में ग्रेन (अनाज) अल्कोहल को बढ़ावा देने की नीति है. इससे राज्य की दूसरे प्रदेशों पर निर्भरता खत्म हुई है और राजस्व भी बढ़ रहा है.

यूपी में हो रहा ग्रेन अल्कोहल का प्रोडक्शन: आबकारी कमिश्नर के मुताबिक, यूपी सरकार शीरे वाली शराब की जगह अनाज वाली शराब को बढ़ावा दे रही है. ग्रेन अल्कोहल को दुनिया में सबसे अच्छी क्वालिटी वाला माना जाता है. इसके लिए यूपी में इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले ग्रेन अल्कोहल को हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों से मंगवाना पड़ता था. योगी सरकार की पहल से यह अब उत्तर प्रदेश में ही बन रहा है. इससे इम्पोर्ट ड्यूटी बचने के साथ ही जीएसटी में भी कमी आई है.

शराब के दाम बढ़ेंगे नहीं पांच रुपये घटेंगे: आबकारी कमिश्नर सेंथिल पांडियन न कहा कि सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए मिनिमम गारंटी कोटा और मिनिमम गारंटी रेवेन्यू में 10 प्रतिशत का इजाफा किया गया है. बिना शराब के दामों में बढ़ोतरी किए ही वर्ष 2024-25 में 50 हजार करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य है. कमिश्नर के अनुसार, ग्रेन अल्कोहल और यूपीएमल की 42.8 डिग्री वाली शराब पहले 90 रुपए की मिलती थी. उसके दाम घटकर 85 रुपये हो जाएंगे.

वहीं यूपीएमएल की शराब में 36 डिग्री वाली मदिरा नई श्रेणी के रूप में जोड़ी गई है, जिसकी कीमत को 75 रुपये रखी गई है. इसके अलावा शीरे वाली शराब को भी केवल दो कैटेगरी में रखा गया है. इसमें 25 डिग्री की कीमत 50 रुपये और 36 डिग्री की कीमत 70 रुपये रखी गयी है. इनकी दरों में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है. इसके साथ ही पहली बार यूपीएमएल की शराबों को ग्लास के साथ साथ टेट्रा पैक में भी उपलब्ध कराया जाएगा.

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