लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत अब किसी भी अधिवेशन या समारोह में 100 लोगों से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं हो सकेंगे. इस वजह से 7 और 8 अप्रैल से शुरू होने वाले विद्युत कर्मचारी संगठन के अधिवेशन को स्थगित कर दिया गया है. इस अधिवेशन में पूरे प्रदेश भर से कर्मचारी हिस्सा लेने वाले थे. इनकी संख्या हजार से भी ऊपर बताई जा रही थी. कर्मचारियों के हित में और कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए संगठन ने अधिवेशन को स्थगित करने का फैसला लिया गया है.
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विद्युत कर्मचारियों का अधिवेशन हुआ रद्द
प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते उप्र के 42वें महाधिवेशन के आयोजन को रद्द कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने किसी भी कार्यक्रम में मात्र 100 लोगों को सम्मलित होने की अनुमति दी है. प्रदेश के उप्र पावर कारपोरेशन, ट्रांसको, केस्को और परियोजनाओं में अत्यधिक संख्या में कर्मचारियों के आने की संभावना और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन का 7 और 8 अप्रैल को होने वाले अधिवेशन को स्थगित कर दिया गया है.