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पाकिस्तान के सिखों को भारत लाने की उठी मांग, अल्पसंख्यक आयोग ने केंद्र सरकार को लिखा पत्र

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह ने भारत सरकार को एक पत्र लिखकर पाकिस्तान में रह रहे सिखों को भारत लाए जाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को भी पत्र लिखकर मामले का संज्ञान लेने को कहा है.

सरदार परमिंदर सिंह
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Published : Aug 31, 2019, 9:52 AM IST

लखनऊ: अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि पाकिस्तान में रह रहे सिख अल्पसंख्यकों को भारत लाया जाए. बता दें कि पाकिस्तान में एक सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण और फिर निकाह का मामला इस समय सुर्खियों में बना हुआ है. इसको लेकर सरदार परमिंदर सिंह ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने इस निकाह को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया.

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंदर सिंह ने लिखा पत्र.

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह ने पूरे मामले को लेक संयुक्त राष्ट्र संघ से भी संज्ञान लेने और पाकिस्तान के विरुद्ध मानवाधिकार उल्लंघन पर सदस्यता से बर्खास्त किए जाने की मांग की है. परमिंदर सिंह ने अपने पत्र में पाकिस्तान को आतंक का गढ़ बताते हुए कहा कि वहां मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है. हम भारत सरकार से अपने पत्र के माध्यम से मांग करते हैं कि वहां पर रह रहे अल्पसंख्यकों को जल्द से जल्द भारत लाया जाए.

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केंद्र सरकार को लिखा पत्र.

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उन्होंने कहा कि बंटवारे का सबसे बड़ा दंश सिख समुदाय को ही झेलना पड़ा है. बंटवारे के दौरान पूरा पंजाब पाकिस्तान को सौंप दिया गया, जिसके चलते सिखों के सभी तीर्थ स्थल पाकिस्तान के कब्जे में चले गए. सिंह ने कहा कि जबरन धर्मांतरण की यह पहली घटना नहीं है. पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहती हैं. आयोग के सदस्य ने इस मामले में भारत सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है.

लखनऊ: अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि पाकिस्तान में रह रहे सिख अल्पसंख्यकों को भारत लाया जाए. बता दें कि पाकिस्तान में एक सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण और फिर निकाह का मामला इस समय सुर्खियों में बना हुआ है. इसको लेकर सरदार परमिंदर सिंह ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने इस निकाह को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया.

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परमिंदर सिंह ने लिखा पत्र.

अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह ने पूरे मामले को लेक संयुक्त राष्ट्र संघ से भी संज्ञान लेने और पाकिस्तान के विरुद्ध मानवाधिकार उल्लंघन पर सदस्यता से बर्खास्त किए जाने की मांग की है. परमिंदर सिंह ने अपने पत्र में पाकिस्तान को आतंक का गढ़ बताते हुए कहा कि वहां मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है. हम भारत सरकार से अपने पत्र के माध्यम से मांग करते हैं कि वहां पर रह रहे अल्पसंख्यकों को जल्द से जल्द भारत लाया जाए.

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केंद्र सरकार को लिखा पत्र.

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उन्होंने कहा कि बंटवारे का सबसे बड़ा दंश सिख समुदाय को ही झेलना पड़ा है. बंटवारे के दौरान पूरा पंजाब पाकिस्तान को सौंप दिया गया, जिसके चलते सिखों के सभी तीर्थ स्थल पाकिस्तान के कब्जे में चले गए. सिंह ने कहा कि जबरन धर्मांतरण की यह पहली घटना नहीं है. पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहती हैं. आयोग के सदस्य ने इस मामले में भारत सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है.

Intro:अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि पाकिस्तान में रह रहे सिख अल्पसंख्यकों को भारत लाया जाए। पाकिस्तान में एक सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण और फिर निकाह का मामला इस समय सुर्खियों में बना हुआ है। मीडिया में खबरें आने के बाद भारतीय नेताओं ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है वहीं सरदार परविन्दर सिंह ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर हस्तक्षेप की मांग की है। परमिंदर सिंह ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में पाकिस्तान के ननकाना साहिब में सिख युवती का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर इस्लाम कबूल करवाने और फिर निकाह को मानव अधिकार का घोर उल्लंघन बताया।

Body:अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य ने संयुक्त राष्ट्र संघ से भी उपरोक्त मामले का संज्ञान लेने तथा पाकिस्तान के विरुद्ध मानवाधिकार उल्लंघन पर सदस्यता से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। परमिंदर सिंह ने अपने पत्र में पाकिस्तान को आतंकिस्तान बताते हुए कहा कि वहां मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हो रहा है। परमिंदर सिंह ने कहा कि बंटवारे का सबसे बड़ा दंश सिख समाज को ही झेलना पड़ा है। बंटवारे के दौरान पूरा पंजाब पाकिस्तान को सौंप दिया गया, जिसके चलते सिखों के सभी तीर्थ स्थल पाकिस्तान के कब्जे में आ गए। परमिंदर सिंह ने कहा कि जबरन धर्मांतरण की यह पहली घटना नहीं है। पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। आयोग के सदस्य ने इस मामले में भारत सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की है।

बाइट : सरदार परवींदर सिंह, अल्पसंख्यक आयोग सदस्यConclusion:
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