लखनऊ: देवपुर पारा में समाजवादी आवास योजना के फ्लैटों के निर्माण में लापरवाही के लिए गुजरात की कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की गई है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सिंटेक्स के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराई है. पहले गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, अब पारा थाने में दर्ज हुई है.
पांच वर्ष बीतने के बावजूद फ्लैट नहीं बन पाए हैं. करीब एक हजार मकानों की तो अभी तक नींव ही नहीं खुद पाई है. हाल ही में जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान यह सच सामने आने के बाद कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया था. उसके खिलाफ समय पर काम पूरा न करने, लापरवाही बरतने और काम में गड़बड़ी करने की धाराओं में अधिशासी अभियंता संजीव कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई है. इससे पहले 5 नवंबर को कंपनी के खिलाफ गोमती नगर थाने में भी एफआईआर हुई थी.
एलडीए के मुख्स अभियंता इंदु शेखर ने कहा कि संस्था के कार्यों के कारण एलडीए को आवंटियों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. आवंटियों को समय से कब्जा देना संभव नहीं हो पा रहा है. आवंटियों में असंतोष बढ़ रहा है. उपभोक्ता फोरम और रेरा में मुकदमा दायर हो रहा है. एलडीए सिंटेक्स कंपनी को 5 वर्ष के लिए पहले ही डिबार कर चुकी है. कंपनी को अग्रिम आदेशों तक के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया. एलडीए ने कम्पनी को आगे कोई काम न देने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
जमानत राशि पहले ही जब्त हो चुकी
उनका कहना है कि कम्पनी की जमानत राशि भी जब्त करने का आदेश पहले हुआ था. समय पर काम नहीं पूरा कराया. इससे एलडीए को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. रेरा ने भी समय पर मकान न देने पर एलडीए पर जुर्माना लगाया है. एलडीए सिंटेक्स की चार करोड़ रुपये जमानत राशि जब्त कर चुका है.