लखनऊ: पिछले 2 दिनों से चल रहे लखनऊ विश्वविद्यालय में लॉ छात्रों के प्रदर्शन के बाद बुधवार को लविवि प्रशासन ने छात्रों को कोरा आश्वासन दिया है. कुलपति आलोक कुमार राय से स्टूडेंट्स ने मिलकर कहा कि एलएलबी अंतिम वर्ष के पेपर लैंड लॉ में ज्यादातर छात्रों को फेल कर दिया गया है, जिसके बाद कुलपति ने 11 नवंबर तक एप्लीकेशन देने के बाद कमेटी के माध्यम से छात्रों के हित में निर्णय लिए जाने की बात कही.
बुधवार को सुबह से ही लॉ स्टूडेंट की भारी भीड़ लखनऊ विश्वविद्यालय में जमा होने लगी. पिछले दो दिनों से छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए कैंपस में भारी संख्या में पीएसी व पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से 15 छात्रों के दल को कुलपति से मिलने की परमिशन दी गई, जिसके बाद स्टूडेंट्स मीटिंग हॉल में कुलपति से मुलाकात करने पहुंचे, जहां छात्रों की ओर से एक मांग पत्र सौंपा गया, जिसके माध्यम से बताया गया कि एलएलबी अंतिम वर्ष की परीक्षा में करीब 95 प्रतिशत छात्रों को बैक या फेल कर दिया गया है.
ऐसे में उन्हें पिछले सेमेस्टर के नंबरों के आधार पर पास कर दिया जाए, जिस पर कुलपति ने कहा कि जिन लॉ स्टूडेंट्स को रिजल्ट को लेकर कोई समस्या हो. वह 11 नवंबर तक ऑनलाइन या ऑफलाइन एप्लीकेशन दे सकते हैं. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए कमेटी निर्णय करेगी.
अपनी बात रखने का नहीं मिला मौका
छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें कुलपति के सामने अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया. बल्कि शांत कराकर कोरा आश्वासन दे दिया गया है. स्टूडेंट्स के मुताबिक, वैश्विक महामारी कोरोना के चलते 8 महीने से कॉलेज बंद चल रहे हैं. इस बीच ऑफलाइन क्लासेस भी बंद रही. बिना किताबों व ऑफलाइन क्लास बंद होने के बाद आधी अधूरी तैयारियों के बीच बहुविकल्पी प्रश्नों के माध्यम से परीक्षा संपन्न कराई गई, जिसके बाद या तो छात्रों को फेल कर दिया गया या कई छात्रों की बैक आ गई. वहीं कई बार छात्रों व पुलिस कर्मियों के बीच नोकझोंक भी हुई.
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