उत्तर प्रदेश: देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. अधिकतर छात्र संगठन CAA के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं राजनीतिक पार्टियां भी इसको लेकर लगातार विरोध कर रही हैं. उत्तर प्रदेश में भी CAA की आग भड़क चुकी है. गुरुवार सुबह से ही CAA के विरोध में सपा के कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में जमकर विरोध प्रदर्शन किया है. कई जगहों से पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की और झड़प की भी सूचना मिली है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है.
राजधानी में हिरासत में सपाई
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन किया. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उन्हें हिरासत में ले लिया. जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दे रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वहां से हटाने का प्रयास किया तो कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी. पुलिसकर्मियों ने कलेक्टर परिसर की सड़क पर बैठे सपाइयों को वहां से जबरन उठाया और उन पर लाठीचार्ज भी किया. इसके बाद पुलिस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
खीरी पहुंचेंगे अखिलेश यादव
लखीमपुर में भी नागरिक संशोधन कानून के विरोध में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने लोहिया भवन के सामने से हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया. वहां भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की नारेबाजी जारी रही. लखीमपुर खीरी जिले में गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी पहुंचना है. वह राज्यसभा सांसद रवि प्रकाश वर्मा की बेटी के रिसेप्शन कार्यक्रम में गोला में शिरकत करेंगे. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने CAA को काला कानून बताया है. उनका कहना था कि सरकार नागरिकों पर यह कानून जबरन थोपना चाहती है.
बिजनौर में विरोध प्रदर्शन
बिजनौर में भी CAA और NRC के विरोध में सपाइयों ने धरना प्रदर्शन किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया. पुलिस की इस कार्रवाई से समाजवादी कार्यकर्ताओं में रोष है. वहीं जनपद में धारा 144 लागू है.
कुशीनगर में छोड़े गए आंसू गोले
कुशीनगर में धारा 144 लागू होने के बाद से प्रमुख लोगों को हिरासत में ले लिया गया. गुरुवार को मुख्यालय पडरौना में राजनीतिक दलों से जुड़े कुछ छात्र नेता बड़े हुजूम के साथ सारी व्यवस्था को धता बताते हुए सड़कों पर उतर आए. नागरिकता संशोधन कानून को काला कानून बताते हुए छात्र नेता अपना ज्ञापन देना चाहते थे. मामले को लेकर अभी माहौल में गरमाहट बनी हुई है. वहीं पुलिस ने माहौल खराब होने से पहले मोर्चा संभाल लिया, सूचना के मुताबिक एक तरफ से हुए पथराव के बाद पुलिस को भी जवाब देते देखा गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए एक बार आंसू गैस के गोला भी छोड़े गए.