लखनऊ : राजधानी के मोहनलालगंज में भू-माफियाओं का खेल सामने आया है. यहां भू-माफियाओं ने सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से 40 साल से लापता किसान की जमीन को बेच दिया. वहीं पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद भी अभी तक अधिकारियों ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है.
यह मामला राजधानी के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के खुजौली गांव का है. यहां सत्य शरण सिंह नामक किसान की जमीन को भू-माफियाओं ने सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से बेच दिया. दरअसल सत्य शरण सिंह 1981 में लापता हो गए थे, जिसकी रिपोर्ट उनके भाई के द्वारा थाने में दर्ज कराई गई थी. हालांकि 40 साल बीत गए हैं लेकिन अब तक सत्य शरण सिंह का कुछ भी पता नहीं चला. वहीं कुछ दिन पहले उनके परिवार को यह सूचना मिली कि उनकी पुश्तैनी जमीन करीब ढाई बीघा सत्य शरण सिंह ने बेच दी है. जिसके बाद वह जानकारी के लिए तहसील पहुंचे तो सच्चाई जानकर पीड़ित परिवार के होश उड़ गए.
इसमें जिस व्यक्ति को सत्य शरण सिंह बताकर जमीन की रजिस्ट्री करवाई गई थी वह कोई और व्यक्ति निकला, जिसका अता पता भी नहीं है. हालांकि की रजिस्ट्री में उस व्यक्ति का पता सागर मध्य प्रदेश का दिखाया गया है. पीड़ित परिवार ने जब इस जमीन की डील में आपत्ति दर्ज करानी चाही तो उसे भी खारिज कर जमीन की रजिस्ट्री जबरन भू-माफियाओं ने अपने नाम करवा ली.
वहीं जब इस मामले की शिकायत लेकर पीड़ित परिवार मोहनलालगंज कोतवाली भी पहुंचा, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत तक दर्ज नहीं की. पीड़ित परिवार का आरोप है कि कोतवाली में हमें कई घंटों तक इंतजार करने को कहा गया लेकिन मामला किसी ने भी दर्ज नहीं किया. वहीं पीड़ित परिवार ने जब सत्य शरण सिंह बने व्यक्ति को बुलवाकर पहचान करवाने की बात कही तो वह भी नहीं हो पाया.
खुजौली गांव के प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि ग्राम पंचायत के द्वारा कोतवाली और तहसील में हलफनामा भी दिया गया है. इससे यह साबित होता है कि जिस व्यक्ति ने सत्य शरण सिंह बनकर जमीन को बेचा है, वह फ्रॉड है. लेकिन उसके बावजूद भी न तो तहसील प्रशासन ने कोई कदम उठाया और न ही पुलिस ने. स्थानीय लोगों ने यह भी बताया है कि पिछले 40 सालों से सत्य शरण सिंह को गांव में या आसपास कहीं भी देखा नहीं गया. वहीं जब ईटीवी भारत की टीम ने इस पूरे मामले पर एसडीएम मोहनलालगंज से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. हालांकि उन्होंने कार्यवाही करने की बात कही है.