लखनऊ: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को मंगलवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सरकार के कई मंत्री और बीजेपी नेता शामिल हुए.
लखनऊ: पंचतत्व में विलीन हुआ लालजी टंडन का पार्थिव शरीर
लखनऊ से बीजेपी के पूर्व सांसद और मध्यप्रदेश राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह निधन हो गया. शाम के समय उनका अंतिम संस्कार गुलाला घाट पर किया गया. इसके पहले उनके पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहा था.
पंचतत्व में विलीन हुआ लालजी टंडन का पार्थिव शरीर
लखनऊ: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को मंगलवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सरकार के कई मंत्री और बीजेपी नेता शामिल हुए.
लालजी टंडन ने करवाया था गुलाला घाट का पुन: निर्माण
उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार में विकास मंत्री रहते हुए लालजी टंडन ने गुलाला घाट का पुन: निर्माण करवाया था. लालजी टंडन का पार्थिव शरीर उसी गुलाला घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देते समय उनके दाह संस्कार में शामिल लोगों की आंखे नम थीं. हर कोई उनके द्वारा किए गए त्याग और समर्पण को याद कर रहा था. लालजी टंडन वर्तमान में मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे. उनकी अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ मेदांता में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार सुबह हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई थी.
लालजी टंडन ने करवाया था गुलाला घाट का पुन: निर्माण
उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार में विकास मंत्री रहते हुए लालजी टंडन ने गुलाला घाट का पुन: निर्माण करवाया था. लालजी टंडन का पार्थिव शरीर उसी गुलाला घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देते समय उनके दाह संस्कार में शामिल लोगों की आंखे नम थीं. हर कोई उनके द्वारा किए गए त्याग और समर्पण को याद कर रहा था. लालजी टंडन वर्तमान में मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे. उनकी अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ मेदांता में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार सुबह हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई थी.