लखनऊ : बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने रविवार को हिंदी संस्थान के यशपाल सभागार में तीन पुस्तकों का लोकार्पण किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, डॉ. राम मनोहर लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय के विचार एक जैसे थे. इन लोगों ने सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम करते हुए समाजहित को सर्वोपरि रखा है.
गांधी, लोहिया और दीनदयाल के विचारों में थी समानता
- बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने रविवार को हिंदी संस्थान के यशपाल सभागार में तीन पुस्तकों का लोकार्पण किया.
- इन पुस्तकों में मुख्य रूप से अखिल भारतीय साहित्य परिषद की पत्रिका का बुंदेलखंड विशेषण, कुमार अशोक पांडे की पुस्तक दीनदयाल और लोहिया शामिल हैं .
- इस दौरान उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय और डॉक्टर लोहिया के विचार समान थे.
- इनके सामाजिक चिंतन और आर्थिक और सामाजिक विचार एक जैसे थे और इन लोगों ने समाज के हित में सराहनीय काम किया है.
- उन्होने कहा कि अंत्योदय जैसे लक्ष्य को लेकर दीनदयाल आगे बढ़े और समाज के निचले पायदान पर बैठे व्यक्ति की चिंता की.
लालजी टंडन ने कहा कि डॉ लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय के विचार मेल खाते थे. वैचारिक रूप से भले ही यह लोग विरोधी रहे हों, लेकिन इनके विचारों में समानता झलकती थी.
-लालजी टंडन, बिहार राज्यपाल