लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर यूपी में सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी देर रात लखीमपुर के लिए रवाना हुई, लेकिन उनको हिरासत में ले लिया गया. वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी लखीमपुर जा रहे थे, लेकिन मड़ियांव इलाके के इंजीनियर कॉलेज के पास से उनको हिरासत में ले लिया गया. शिवपाल को उनके कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस लाइन में रखा गया. उन्होंने मांग की है कि मृतक के परिवार के लोगों को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाए.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोग किसान परिवार से मिलने जा रहे थे. इस दौरान हमे औऱ हमारे साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि केंद्र सरकार के गृहराज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए, मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए, मृतक परिवार के लोगों को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता दी जाए और मृतक के परिवार के एक शख्स को नौकरी दी जाए. शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि किसान विरोधी काले कानून को तुरंत वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए. इस घटना में शामिल दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
उन्होंने कहा कि जब भी ऐसा काला कानून आया है तो पूरा किसान एक हो जाता है. शिवपाल ने कहा कि 10 महीने हो गए हैं सरकार ने अभी तक कानून वापस नहीं लिया है. उन्होंने मीडिया से कहा कि जब भी कोई काला कानून आता है तो लोकतंत्र में धरना-प्रदर्शन का अधिकार है. उन्होंने कहा कि हम लोग पीड़ित किसान परिवार का हाल-चाल लेने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में रोक लिया गया. यह लोकतंत्र की हत्या है.