लखनऊ: श्रमिक स्पेशल ट्रेन रविवार सुबह 6 बजे चारबाग स्टेशन पर पहुंची. चारबाग रेलवे स्टेशन पर श्रमिकों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. यह श्रमिक स्पेशल ट्रेन नासिक से शनिवार सुबह करीब 11 बजे रवाना हुई थी और रविवार सुबह 6 बजे चारबाग स्टेशन पर पहुंची. ट्रेन में लगभग 847 मजदूर सवार थे. स्पेशल ट्रेन में 17 कोच लगाए गए थे.
चारबाग रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही अनाउंसमेंट द्वारा सभी श्रमिकों को बताया गया कि अपनी-अपनी सीटों पर बैठे रहें. सभी श्रमिकों को सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए एक-एक करके डिब्बे खाली कराए गए. बाहर निकलने के लिए मजदूरों की दो लाइनें बनाई गईं. आपस में एक मीटर डिस्टेंस रखा गया. चारबाग रेलवे स्टेशन परिसर में मेडिकल की टीम लगी हुई थी, जो आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रही थी, जिसके बाद उन्हें आगे भेजा जा रहा था.
साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वहां मौजूद थे, जो आने वाले यात्रियों को जिले के हिसाब से उनकी गाड़ी का नंबर उन्हें बता रहे थे. नासिक से आए हुए श्रमिकों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सरकार ने स्टेशन के अंदर और बाहर पूरी व्यवस्था कराई है. लंच पैकेट के साथ ही पीने के पानी के लिए कई टैंकर चारबाग स्टेशन के बाहर लगे हुए थे. अन्य प्रदेश से लखनऊ पहुंचे श्रमिक उत्तर प्रदेश सरकार के इस कदम से बहुत ही उत्साहित दिख रहे थे.
लॉकडाउन के बाद जो श्रमिक अन्य प्रदेशों में फंसे हुए थे और अपने प्रदेश लौटने की चाहत उनके मन में थी. प्रदेश सरकार ने इस बात का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को लाने के लिए योजना बनाई. उसी के तहत रविवार को 847 श्रमिकों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से चारबाग स्टेशन लाया गया. यहां पर चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर 33 परिवहन विभाग की बसों द्वारा इन श्रमिकों को उनके गंतव्य तक रवाना किया जाएगा. वहीं लखनऊ के चार यात्रियों को राधा स्वामी सत्संग क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा. उसके बाद मेडिकल परीक्षण होने के बाद घर भेजा जाएगा.
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