लखनऊ: पुराने लखनऊ में स्थित कोनेश्वर महादेव मंदिर करीब 200-250 साल पुराना है. ईटीवी भारत ने जब मंदिर के पुजारी लालजी मिश्र से बात की तो उन्होंने मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए पंडित लालजी मिश्र ने बताया कि यह कोने में पड़ता है. इस वजह से इसका नाम कोनेश्वर महादेव मंदिर पड़ा. उन्होंने बताया कि पहले इस मंदिर के बगल से गोमती नदी बहती थी और भगवान लक्ष्मण ने इस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी.
मन में सोचने मात्र से पूरी हो जाती है मनोकामना
पुजारी लालजी मिश्र ने बताया कि जो भी भक्त मन में मनोकामना सोच ले और यहां आकर पूजा कर ले उसकी मनोकामना हर हाल में पूरी होती है. उन्होंने कहा कि इस मंदिर की बहुत मान्यता है, जिसके चलते यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
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आज होगी विशेष पूजा
पुजारी लालजी मिश्र ने बताया कि आज महाशिवरात्रि के अवसर पर शाम को कई कुंतल फूलों से भोलेनाथ का श्रृंगार किया जाएगा. उसके बाद भजन संध्या के बाद प्रसाद के रूप में 108 किलो दूध की ठंडाई बांटी जाएगी.