लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय मूल्यांकन व प्रत्यांकन परिषद यानी कि नैक ने ए प्लस ग्रेड दिया है. पिछली बार केजीएमयू को ए ग्रेड प्राप्त हुआ था. इस लिहाज से संस्थान ने अपनी ग्रेडिंग में सुधार किया है. हालांकि लखनऊ विश्विद्यालय और गोरखपुर विश्विद्यालय को A++ ग्रेड मिलने के बाद केजीएमयू को यही ग्रेडिंग मिलने की उम्मीद थी.
केजीएमयू के लिए थोड़ी मायूसी वाली स्थिति है. पिछले सप्ताह केजीएमयू में नैक की आठ सदस्यीय टीम निरीक्षण के लिए पहुंची थी. तीन दिन तक टीम ने केजीएमयू का निरीक्षण किया. हर एक विभाग में जाकर वहां की जानकारी ली. इसके अलावा अस्पताल की ओपीडी में भी नैक टीम के सदस्य मरीजों से फीडबैक लेने के लिए भी पहुंचे थे.
पिछले सप्ताह के मंगलवार को निरीक्षण के लिए राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यांकन परिषद (NAAC) की टीम बुधवार को ही लखनऊ पहुंच गई थी. एक्सपर्ट पैनल की अगुवाई अमृतसर के गुरुनानक देव विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जसपाल सिंह संधू ने किया था. कोऑर्डिनेटर डॉ. स्मृति नंदा के साथ अलग-अलग राज्यों के आठ सदस्य शामिल थे. यूपी के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय KGMU को पिछली बार A ग्रेड मिला था और इस बार A प्लस ग्रेडिंग प्राप्त हुआ हैं. वहीं, 2022 में लखनऊ विश्वविद्यालय को A++ रैंकिंग मिलने के बाद इस बाद केजीएमयू पर इससे बेहतर रैंक लाने का जबरदस्त दबाव था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी नैक में अच्छी ग्रेडिंग लाने के लिए काफी तैयारी की थी.
केजीएमयू कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने बताया कि केजीएमयू को नैक की ओर से ए+ ग्रेडिंग प्राप्त हुआ है. इस बार नैक इवैल्यूएशन के लिए विश्वविद्यालय पूरी तरह से तैयार था. 2 से 4 फरवरी तक स्थलीय निरीक्षण चला. इस दौरान नैक टीम विश्वविद्यालय के सभी विभाग में टीम पहुंची और प्रेजेंटेशन भी लिया. टीम का मुख्य फोकस एजुकेशन और रिसर्च पर था. हालांकि ओवरऑल परफॉरमेंस भी बहुत अहम हैं. यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी और प्रयोगशालाएं भी केंद्र में थी.