लखनऊ: जहां एक तरफ लॉक डाउन का अनुपालन कराने की जिम्मेदारी प्रशासन को सौंपी गई है. वहीं पुलिस प्रशासन भी समाज का हिस्सा है, जिसको कोरोना वायरस से बचाव के लिए समाजसेवी मदद कर रहे हैं. समाजसेवियों का कहना है कि जिस प्रकार से समाज में अन्य लोग रहते हैं. वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन के लोग भी हमारी सेवा में तत्पर कठिन परिस्थितियों में जुटे हुए हैं. जहां खुद की सेफ्टी तो हर कोई कर लेता है, लेकिन जब किसी और की जिम्मेदारी सबकी सेफ्टी करने की हो तो उनकी सेफ्टी पर भी ध्यान होना चाहिए, इसको लेकर खादी ग्रामोद्योग की तरफ से गरीबों, पुलिस प्रशासन के मुस्तैद जवानों को सैनिटाइज कराने के लिए सैनेटाइजर वितरित कराए जा रहे हैं.
जहां एक तरफ पूरे देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई है, और इसके अनुपालन के लिए यह जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन को सौंपी गई है. 24 घंटे पुलिस के जवान हर परिस्थितियों में सड़कों पर चौराहों पर चौकियों पर थानों पर मुस्तैद मिलते हैं. लेकिन कोरोनावायरस से बचाव के लिए उन पर संसाधनों की कमी है. जिसको पूरा करने के लिए समाजसेवी भी अपना हाथ बटा रहे हैं. और सैनेटाइजर जैसी तमाम चीजों को उपलब्ध करा रहे हैं. जिसका जीता जागता उदाहरण खादी ग्रामोद्योग की तरफ से विमल शुक्ला ने दिखाया.
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उन्होंने कहा कि हम पूरे लखनऊ में सैनेटाइजर बटवा रहे हैं. जिससे चौराहों पर स्थानों पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों को हैंड सैनेटाइजर करा सके, जिससे कोरोना वायरस से उनको बचाया जा सके. क्योंकि पुलिस वाले हर परिस्थितियों में हम लोगों के बीच खड़े रहते हैं. उन्होंने कहा हमें पूरी तरह से अगर परमिशन मिल जाए तो, हम पूरे लखनऊ में जगह-जगह घूमकर सैनेटाइजर बटवा सकते हैं. इस बीच हमको जहां तक अनुमति मिलती है. वहां तक हम सैनेटाइजर बांटते ही रहते हैं और आगे भी हम इस तरह की मदद करते रहेंगे.