लखनऊ: केजीएमयू अस्पताल कोरोना के मरीजों को चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं देने में बेहतर भूमिका निभा रहा है. इसी कड़ी में केजीएमयू ने 24 घंटे के अंतराल में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की 1,524 जांच कर नई मिसाल पेश की है. यह एक दिन में अभी तक की सर्वाधिक जांच संख्या है.
केजीएमयू ने कायम किया रिकार्ड
कोरोना के संदिग्धों की जांच के लिए यूपी में 26 प्रयोगशालाओं को नामित किया गया है. इसमें से सबसे अधिक 28 हजार 690 जांच कर केजीएमयू ने कोरोना वायरस से जंग में अहम भूमिका निभाने का कार्य किया है. वर्तमान में केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने कुल 28 हजार 690 कोरोना जांच की हैं. इसमें से 935 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
37 लोगों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अमिता जैन ने बताया कि बुधवार को हुई 1,524 जांच में 37 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इनमें से 15 संक्रमित मरीज लखनऊ से, 6 कानपुर से, 10 कन्नौज से, 6 फर्रुखाबाद से हैं. वहीं चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर विभाग के संकाय सदस्यों, शोधार्थियों, लैब टेक्नीशियन और कर्मचारियों के साथ बैठक कर उन्हें बधाई दी.
कोरोना वॉरियर्स को किया जाएगा सम्मानित
प्रोफेसर अमिता जैन ने उनके इस कार्य के लिए सराहना की और केजीएमयू के समस्त कोरोना योद्धाओं को भविष्य में सम्मानित किए जाने की घोषणा भी की है. बैठक में कुलपति ने सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन करते हुए विभाग के समस्त सदस्यों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि ऐसे बड़े कार्य एकजुटता और संकल्प से ही संभव होते हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने हेतु शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि कम से कम 7 से 8 घंटे के लिए नींद और जंक फूड से बचते हुए पौष्टिक आहार का सेवन किया जाए.