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लखनऊ: KGMU तैयार कर रहा 'गुरुकुल' ऐप, इन लोगों को मिलेगा फायदा

यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) 'गुरुकुल' नाम से एक ऐप तैयार कर रहा है. दंत संकाय के मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि इस ऐप से स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स दोनो को फायदा होगा.

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Published : Feb 10, 2020, 7:20 PM IST

Updated : Feb 10, 2020, 7:36 PM IST

kgmu lucknow is preparing an app named gurukul
KGMU तैयार कर रहा गुरुकुल ऐप.

लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में जल्द ही 'गुरुकुल' नामक ऐप लॉन्च किया जाने वाला है, जो यहां पढ़ रहे मेडिकोज के साथ फैकल्टी के प्रोफेसरों और डॉक्टरों के लिए भी काफी बेहतरीन और सहयोगात्मक साबित होने वाला है. यह ऐप स्मार्ट क्लासेज के रूप में अगले महीने से शुरू किया जाने वाला है.

गुरुकुल ऐप से मेडिकोज और फैकल्टी मेंबर्स को मिलेगा फायदा.

'गुरुकुल' ऐप के बारे में दंत संकाय के मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि ऑनलाइन शुरू किए जाने वाले इस ऐप के बारे में हमने क्वालिटी कंट्रोल मीटिंग में चर्चा की थी और मेडिकोज की परेशानियों को समझाने के लिए कोई उपाय खोजने की शुरुआत की थी.

इस वजह से बनाया जा रहा ऐप
डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि इस मीटिंग के तहत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फैकल्टी और मेडिकोज के एक साथ आने की बात सामने आई, जिसके तहत हमने ऐप को बनाने के बारे में सोचा. उन्होंने बताया कि यह सुझाव डॉक्टर दीक्षा सिंह ने दिया, जिसके बाद हमने इस पर काम किया. पिछले 1 महीने से हमेशा ऐप को बनाने की जुगत में लगे हुए हैं.

स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स को ऐप से मिलेगा फायदा
दिव्या ने बताया कि इस ऐप के तहत स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स दोनों को एंट्री करनी होगी, जिसमें दिन के होने वाले सभी लेक्चरर्स असाइनमेंट्स और पढ़ाई से जुड़ी हुई अन्य बातों का जिक्र किया जाएगा. इसके अलावा एक क्लास शुरू होने से पहले फैकल्टी मेंबर्स इसमें इस बात का जिक्र भी कर सकते हैं कि वह किस टॉपिक पर पढ़ाएंगे, जिसके बारे में मेडिकोज पहले से ही अपनी तैयारी करके आ सकते हैं और क्लास के बाद हम उन्हें ऑनलाइन असाइनमेंट भी दे सकते हैं, जिसे वह वहीं पर पूरा कर सबमिट कर सकते हैं.

ऐप की होगी यह खासियत
इस ऐप की खास बात यह भी होगी कि इसमें एक स्टूडेंट को किसी भी क्लास के संबंध में किसी फैकल्टी से कुछ पूछना हो तो वह उन्हें डिस्क्रिप्शन बॉक्स में अकेले लिख कर भेज सकता है और उसका जवाब दे दिया जाएगा. अक्सर ऐसा देखा गया है कि क्लासेज के दौरान स्टूडेंट्स किसी वजह से अपने सवाल नहीं पूछ पाते हैं. ऐसे में यह छात्रों की हिचक को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है और उनकी समस्याओं का समाधान कर सकता है.

दंत संकाय के छात्रों के लिए सबसे पहले लांच किया जाएगा ऐप
दिव्या ने बताया कि यह ऐप अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है, क्योंकि मेडिकल कॉलेज में 5000 से भी अधिक छात्र-छात्राएं हैं, इसलिए अगले महीने से इसे पहले दंत संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए लांच किया जाएगा और इसमें जो भी अन्य सुधार किए जाने हैं, वह भी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जब यहां पूरी तरह से चलने लगेगा तो सभी छात्र-छात्राओं के लिए इसे उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: लखनऊः मरीजों को ट्रॉमा सेंटर से निजी अस्पताल रेफर करता था रेजिडेंट डॉक्टर, निलंबित

लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में जल्द ही 'गुरुकुल' नामक ऐप लॉन्च किया जाने वाला है, जो यहां पढ़ रहे मेडिकोज के साथ फैकल्टी के प्रोफेसरों और डॉक्टरों के लिए भी काफी बेहतरीन और सहयोगात्मक साबित होने वाला है. यह ऐप स्मार्ट क्लासेज के रूप में अगले महीने से शुरू किया जाने वाला है.

गुरुकुल ऐप से मेडिकोज और फैकल्टी मेंबर्स को मिलेगा फायदा.

'गुरुकुल' ऐप के बारे में दंत संकाय के मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग की प्रोफेसर डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि ऑनलाइन शुरू किए जाने वाले इस ऐप के बारे में हमने क्वालिटी कंट्रोल मीटिंग में चर्चा की थी और मेडिकोज की परेशानियों को समझाने के लिए कोई उपाय खोजने की शुरुआत की थी.

इस वजह से बनाया जा रहा ऐप
डॉ. दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि इस मीटिंग के तहत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फैकल्टी और मेडिकोज के एक साथ आने की बात सामने आई, जिसके तहत हमने ऐप को बनाने के बारे में सोचा. उन्होंने बताया कि यह सुझाव डॉक्टर दीक्षा सिंह ने दिया, जिसके बाद हमने इस पर काम किया. पिछले 1 महीने से हमेशा ऐप को बनाने की जुगत में लगे हुए हैं.

स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स को ऐप से मिलेगा फायदा
दिव्या ने बताया कि इस ऐप के तहत स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स दोनों को एंट्री करनी होगी, जिसमें दिन के होने वाले सभी लेक्चरर्स असाइनमेंट्स और पढ़ाई से जुड़ी हुई अन्य बातों का जिक्र किया जाएगा. इसके अलावा एक क्लास शुरू होने से पहले फैकल्टी मेंबर्स इसमें इस बात का जिक्र भी कर सकते हैं कि वह किस टॉपिक पर पढ़ाएंगे, जिसके बारे में मेडिकोज पहले से ही अपनी तैयारी करके आ सकते हैं और क्लास के बाद हम उन्हें ऑनलाइन असाइनमेंट भी दे सकते हैं, जिसे वह वहीं पर पूरा कर सबमिट कर सकते हैं.

ऐप की होगी यह खासियत
इस ऐप की खास बात यह भी होगी कि इसमें एक स्टूडेंट को किसी भी क्लास के संबंध में किसी फैकल्टी से कुछ पूछना हो तो वह उन्हें डिस्क्रिप्शन बॉक्स में अकेले लिख कर भेज सकता है और उसका जवाब दे दिया जाएगा. अक्सर ऐसा देखा गया है कि क्लासेज के दौरान स्टूडेंट्स किसी वजह से अपने सवाल नहीं पूछ पाते हैं. ऐसे में यह छात्रों की हिचक को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है और उनकी समस्याओं का समाधान कर सकता है.

दंत संकाय के छात्रों के लिए सबसे पहले लांच किया जाएगा ऐप
दिव्या ने बताया कि यह ऐप अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है, क्योंकि मेडिकल कॉलेज में 5000 से भी अधिक छात्र-छात्राएं हैं, इसलिए अगले महीने से इसे पहले दंत संकाय के छात्र-छात्राओं के लिए लांच किया जाएगा और इसमें जो भी अन्य सुधार किए जाने हैं, वह भी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जब यहां पूरी तरह से चलने लगेगा तो सभी छात्र-छात्राओं के लिए इसे उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

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Intro:लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल भारत के सपने को पूरा करने की जुगत लगाई जा रही है इस जगत में आपके जेएनयू भी शामिल हो गया है यहां पर जल्द ही गुरुकुल नामक ऐप लॉन्च किया जाने वाला है जो यहां पढ़ रहे मेडिकोज के साथ फैकल्टी के प्रोफेसरों और डॉक्टरों के लिए भी काफी बेहतरीन और सहयोगात्मक साबित होने वाला है।


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केजीएमयू शुरू किया जाने वाला गुरुकुल ऐप स्मार्ट क्लासेज के रूप में अगले महीने से शुरू किया जाने वाला है इस बारे में दंत संकाय के मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग की प्रोफेसर डॉ दिव्या मेहरोत्रा ने बताया कि ऑनलाइन शुरू किए जाने वाले इस ऐप के बारे में हमने क्वालिटी कंट्रोल मीटिंग में चर्चा की थी और मेडिकोज की परेशानियों को समझाने के लिए कोई उपाय खोजने की शुरुआत की थी इस मीटिंग के तहत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फैकल्टी और मेडिकोज के एक साथ आने की बात सामने आई जिसके तहत हमने आपको बनाने के बारे में सोचा। उन्होंने बताया कि आईडिया डॉक्टर दीक्षा सिंह ने दिया जिसके बाद हमने इस पर काम किया पिछले 1 महीने से हमेशा आप को बनाने की जुगत में लगे हुए हैं।

दिव्या ने बताया कि इस ऐप के तहत स्टूडेंट्स और फैकल्टी मेंबर्स दोनों को एंट्री करनी होगी जिसमें दिन के होने वाले सभी लेक्चरर्स असाइनमेंट्स और पढ़ाई से जुड़ी हुई अन्य बातों का जिक्र किया जाएगा। इसके अलावा एक क्लास शुरू होने से पहले फैकल्टी मेंबर्स इसमें इस बात का जिक्र भी कर सकते हैं कि वह किस टॉपिक पर पढ़ाएंगे जिसके बारे में मेडिकोज पहले से ही अपनी तैयारी करके आ सकते हैं। और क्लास के बाद हम उन्हें ऑनलाइन असाइनमेंट भी दे सकते हैं जिसे वह वहीं पर पूरा कर सबमिट कर सकते हैं।

इस ऐप की खास बात यह भी होगी कि इसमें एक स्टूडेंट को किसी भी क्लास के संबंध में किसी फैकल्टी से कुछ पूछना हो तो वह उन्हें डिस्क्रिप्शन बॉक्स में अकेले लिख कर भेज सकता है और उसका जवाब दे दिया जाएगा। अक्सर ऐसा देखा गया है कि क्लासेज के दौरान स्टूडेंट्स की वजह से अपने सवाल नहीं पूछ पाते हैं। ऐसे में यह अपुन की हिचक को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है और उनकी समस्याओं का समाधान कर सकता है।



Conclusion:फोटो दिव्या ने बताया कि यह ऐप अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है क्योंकि मेडिकल कॉलेज में 5000 से भी अधिक छात्र-छात्राएं हैं इसलिए अगले महीने से इसे पहले दंत संकाय के छात्र छात्राओं के लिए लांच किया जाएगा और इसमें जो भी अन्य सुधार किए जाने हैं वह भी किए जाएंगे। जब यहां पूरी तरह से चलने लगेगा तो सभी छात्र छात्राओं के लिए इसे उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

डॉ दिव्या मेहरोत्रा से बातचीत के साथ वॉकथ्रू।


रामांशी मिश्रा
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Last Updated : Feb 10, 2020, 7:36 PM IST
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