लखनऊः केजीएमयू के डालीगंज स्थित डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (लिंब) सेंटर में एक मरीज को कत्रिम हाथ लगाकर नई जिंदगी देने का काम किया गया. सरकारी विभाग में इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत सीतापुर निवासी 45 वर्षीय सुभाष ने 2015 में एक रेल दुर्घटना में अपने दोनों हाथ गंवा दिए थे.
जानकारी होने पर फरवरी 2020 में उन्होंने लिंब सेंटर में दोनों हाथ बनाने के लिए नाप दी, लेकिन कोरोना की वजह से वो हाथ लगवाने नहीं आ पाए. ऐसे में मंगलवार को जब वो लिंब सेंटर पहुंचे तो उनके दोनों कृत्रिम हाथ लगाए गए. जिसके बाद पहली बार उन्होंने नए लगे कृत्रिम हाथों से मास्क उतार कर पानी पिया.
सुभाष बताते हैं कि उन्होंने एक लंबा समय बड़ी ही मुश्किल दौर में गुजारा है. क्योंकि उन्हें लिंब सेंटर के बारे में पता ही नहीं था. जहां महज साढ़े आठ हजार रुपये में नए हाथ बन जायेंगे.