लखनऊ: केजीएमयू में डॉक्टरों के इस्तीफे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, लेकिन इस बार डॉक्टर के इस्तीफे ने एक नया मोड़ ले लिया है. घोटाले के आरोपी रोटोमेक के चेयरमैन कोठारी का इलाज जो डॉक्टर कर रहे थे. उन्होंने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद विक्रम कोठारी की शुगर बढ़ने की वजह से अब उन्हें एसजीपीजीआई रेफर किया गया.
- घोटाले के आरोपी विक्रम कोठारी का इलाज कर रहे डॉक्टर ने दिया इस्तीफा.
- एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के डॉ. मधुकर मित्तल ने इस्तीफा दिया.
- डॉ. मित्तल ने अपना इस्तीफा कुल सचिव राजेश राय को सौंपा है, हालांकि राय ने अभी इस्तीफे को मंजूर नहीं किया है.
- डॉ. मधुकर मित्तल के इस्तीफे के बाद डायबिटीज और थायराइड के मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई हैं.
- विक्रम कोठारी का इलाज कर रहे डॉक्टरों पर बीते दिनों से गलत जांच रिपोर्ट करने का आरोप लगा था.
- जिसके बाद सीबीआई ने उन सभी रिपोर्ट को केजीएमयू से तलब किया है.
- सीबीआई उन सभी रिपोर्ट का अपने स्तर से जांच कर रही है.
- जिसके बाद ये बात सामने आई थी डॉक्टर पर शिकंजा कस सकता है.
- उसके बाद केजीएमयू में बोर्ड की बैठक हुई.
डॉ. मधुकर मित्तल ने त्यागपत्र दिया है. अभी उसकी पूर्ण स्वीकृति नहीं आई है. विक्रम कोठारी को लेकर हमारा मेडिकल बोर्ड बैठा और उसने पाया कि इनकी शुगर अनियंत्रित चल रही है. जेल प्रशासन को अवगत करा दिया गया है और उनको हायर सेंटर एसजीपीजीआई रेफर किया गया है.
डॉ. सुधीर सिंह, प्रवक्ता, केजीएमयू