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एलडीए में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर केशव मौर्य ने सीएम योगी को लिखा पत्र

सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी को पत्र लिखकर एलडीए में चल रहे भ्रष्टाचार के बारे में अवगत कराया है. साथ ही इस पत्र के माध्यम से उन्होंने एलडीए में हुए घोटाले का भी जिक्र भी किया है.

सीएम योगी को केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा पत्र.
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Published : Nov 14, 2019, 5:25 PM IST

लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में हो रहे भ्रष्टाचार के खेल को उजागर किया है. गत 26 अगस्त को लिखे पत्र में डिप्टी सीएम ने एलडीए में हुए घोटाले की लिस्ट भी सीएम योगी को भेजी है. इस पत्र में मौर्य ने कॉमर्शियल प्लॉट के आवंटन, पुरानी योजनाओं की फाइल गायब होने, प्लॉटों में फर्जीवाड़ा करने के साथ ही निजी बिल्डरों को फायदा पहुंचाने जैसे मामले उठाए हैं.

कई लोगों पर हो सकती है कार्रवाई.

डिप्टी सीएम केशव ने पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें इस संबंध में जनप्रतिनिधियों और कई अन्य लोगों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थीं, जिस वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बारे में अवगत कराया है. ताकि इस पर ठोस कार्रवाई की जा सके.

एलडीए की चुप्पी पर उठे सवाल
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ विकास प्राधिकरण में भारी अनियमितता की शिकायत करने से भ्रष्टाचार के स्वरूप का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. सीएम को लिखित पत्र में 9 दिन पुरानी कंपनी को प्लाट आवंटन का जिक्र किया गया है. बिल्डर के फर्जीवाड़े पर एलडीए की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं. पत्र में कहा गया है कि एलडीए के अधिकारी बिल्डर पर मेहरबान हैं. बिल्डर के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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सीएम योगी को लिखा गया पत्र.

पत्र के निकाले जा रहे कई मायने
डिप्टी सीएम केशव द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में सीएम को पत्र लिखे जाने के प्रकरण के कई मायने निकाले जा रहे हैं. एक तो यह कि मुख्यमंत्री लखनऊ में ही बैठते हैं और वह सुबह जनसुनवाई भी करते हैं. यह मामला भी लखनऊ का है. जिन लोगों ने केशव मौर्य से शिकायत की, वे लोग सीएम योगी से भी कर सकते थे.

ये भी पढ़ें: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए वसीम रिजवी ने सौंपा 51 हजार का चेक

भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. भ्रष्टाचार करने वाले इस सरकार में डरे हुए हैं. अगर कहीं भी इस प्रकार की शिकायत आई, कार्रवाई की गई. इसकी भी जांच कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-संजय राय, प्रवक्ता, यूपी बीजेपी

ये भी पढ़ें: जानिए, आखिर 14 नवंबर को ही क्यों मनाया जाता है 'बाल दिवस'

वहीं सूत्रों का कहना है कि यह काफी बड़ा मामला है और अगर जांच हुई तो कई लोगों पर कार्रवाई होना तय है.

लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में हो रहे भ्रष्टाचार के खेल को उजागर किया है. गत 26 अगस्त को लिखे पत्र में डिप्टी सीएम ने एलडीए में हुए घोटाले की लिस्ट भी सीएम योगी को भेजी है. इस पत्र में मौर्य ने कॉमर्शियल प्लॉट के आवंटन, पुरानी योजनाओं की फाइल गायब होने, प्लॉटों में फर्जीवाड़ा करने के साथ ही निजी बिल्डरों को फायदा पहुंचाने जैसे मामले उठाए हैं.

कई लोगों पर हो सकती है कार्रवाई.

डिप्टी सीएम केशव ने पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें इस संबंध में जनप्रतिनिधियों और कई अन्य लोगों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थीं, जिस वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बारे में अवगत कराया है. ताकि इस पर ठोस कार्रवाई की जा सके.

एलडीए की चुप्पी पर उठे सवाल
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ विकास प्राधिकरण में भारी अनियमितता की शिकायत करने से भ्रष्टाचार के स्वरूप का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. सीएम को लिखित पत्र में 9 दिन पुरानी कंपनी को प्लाट आवंटन का जिक्र किया गया है. बिल्डर के फर्जीवाड़े पर एलडीए की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं. पत्र में कहा गया है कि एलडीए के अधिकारी बिल्डर पर मेहरबान हैं. बिल्डर के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

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सीएम योगी को लिखा गया पत्र.

पत्र के निकाले जा रहे कई मायने
डिप्टी सीएम केशव द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में सीएम को पत्र लिखे जाने के प्रकरण के कई मायने निकाले जा रहे हैं. एक तो यह कि मुख्यमंत्री लखनऊ में ही बैठते हैं और वह सुबह जनसुनवाई भी करते हैं. यह मामला भी लखनऊ का है. जिन लोगों ने केशव मौर्य से शिकायत की, वे लोग सीएम योगी से भी कर सकते थे.

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भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. भ्रष्टाचार करने वाले इस सरकार में डरे हुए हैं. अगर कहीं भी इस प्रकार की शिकायत आई, कार्रवाई की गई. इसकी भी जांच कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-संजय राय, प्रवक्ता, यूपी बीजेपी

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वहीं सूत्रों का कहना है कि यह काफी बड़ा मामला है और अगर जांच हुई तो कई लोगों पर कार्रवाई होना तय है.

Intro:लखनऊ: डिप्टी सीएम ने सीएम योगी को पत्र लिख कर बताया एलडीए का भ्रस्टाचार

लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लखनऊ विकास प्राधिकरण में हो रहे भ्रष्टाचार के खेल को उजागर किया है। गत 26 अगस्त को लिखे पत्र में डिप्टी सीएम ने एलडीए में हुए घोटाले की लिस्ट भी भेजी है। इस पत्र में मौर्य ने कमर्शियल प्लाट के आवंटन पुरानी, योजनाओं की फाइल गायब होने, प्लाटों में फर्जीवाड़ा करने, निजी बिल्डर को फायदा पहुंचाने जैसे मामले उठाये हैं। डिप्टी सीएम ने पत्र में यह भी कहा है कि उन्हें इस संबंध में जनप्रतिनिधियों और कई अन्य लोगों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही है। इस वजह से उन्होंने मुख्यमंत्री को यह अवगत कराया है। ताकि इस पर ठोस कार्यवाही की जा सके।


Body:डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ विकास प्राधिकरण में भारी अनियमितता की शिकायत करने से भ्रस्टाचार के स्वरूप का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सीएम को लिखे पत्र में नौ दिन पुरानी कंपनी को प्लाट आवंटन का जिक्र किया गया है। बिल्डर के फर्जीवाड़े पर एलडीए की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं। पत्र में कहा गया है कि एलडीए के अधिकारी बिल्डर पर मेहरबान है। बिल्डर के खिलाफ एफ आई आर दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

डिप्टी सीएम केशव द्वारा भ्रस्टाचार के मामले में सीएम को पत्र लिखे जाने के प्रकरण के कई मायने निकाले जा रहे हैं। एक तो यह कि मुख्यमंत्री लखनऊ में ही बैठते हैं। वह सुबह जन सुनवाई भी करते हैं। यह मामला भी लखनऊ का है। जिन लोगों ने केशव मौर्य से शिकायत की, वे लोग सीएम योगी से भी कर सकते थे। आखिर क्या वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शक्ति के बावजूद राजधानी में ही इस प्रकार से भ्रष्टाचार फल फूल रहा है। सूत्रों का कहना है कि यह काफी बड़ा मामला है। यदि जांच हुई तो कई लोगों पर कार्रवाई तय है।

बाईट- इस सब पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय का कहना है कि भाजपा सरकार भ्रस्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है। भ्रस्टाचार करने वाले इस सरकार में डरे हुए हैं। अगर कहीं भी इस प्रकार की शिकायत आयी, कार्रवाई की गयी। इसकी भी जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

दिलीप शुक्ला, 9450663213


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